वैश्विक महामारी कोविड-19 की वजह से लोगों द्वारा घरों पर ज्यादा वक्त बिताने के कारण दो करोड़ से अधिक भारतीयों ने यूट्यूब की अपनी पसंदीदा सामग्री को इससे जुड़े टेलीविजन पर स्ट्रीम किया और इसमें पिछले साल मई से 40 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा हुआ।
फर्म ने अपने सबसे बड़े विज्ञापन कार्यक्रम – यूट्यूब ब्रांडकास्ट 2021 में कहा कि गूगल के स्वामित्व वाले वीडियो प्लेटफॉर्म पर इससे जुड़े टीवी के जरिये क्रिकेट, कॉमेडी, सौंदर्य और शैक्षिक सामग्री देखने के समय में खासा इजाफा दिखाई दिया है, जो उपयोगकर्ताओं द्वारा अपने लिविंग रूम से यूट्यूब देखने की बढ़ती प्राथमिकता को रेखांकित करता है।
यूट्यूब पार्टनरशिप्स के निदेशक सत्य राघवन ने कहा कि कुल मिलाकर 85 प्रतिशत दर्शकों ने इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जो कोविड-19 का प्रकोप फैलने के बाद से सर्वाधिक संख्या है तथा यूट्यूब के 93 दर्शक भारतीय भाषाओं में सामग्री देखना पसंद करते हैं।
शहरी और ग्रामीण दोनों ही दर्शकों के बीच यूट्यूब का बढ़ता इस्तेमाल, यूट्यूब के रचनाकारों के जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र के साथ ग्राहकों का जुड़ाव और सभी भौगोलिक क्षेत्रों में उपयोगकर्ताओं की रुचियों और भाषा की प्राथमिकताओं को पूरा करने वाली सामग्री की श्रेणियों में बढ़ता विस्तार, ये सभी एक साथ आ रहे हैं ताकि कारोबारी प्रभाव के लिए स्थानीयकरण, सृजनात्मक सहयोग और क्रमिक पहुंच के लिए ब्रांडों के वास्ते इस प्लेटाफार्म का लाभ उठाने का मार्ग प्रशस्त हो सके।
85 प्रतिशत वीडियो दर्शक सीखने या अपने कौशल में सुधार के लिए यूट्यूब पर आते हैं। ‘स्टडीआईक्यू’ और ‘डोंट मेमराइज’ जैसे चैनल बड़े स्तर पर सदस्यता आधार जुटा रहे हैं। यूट्यूब देश में सबसे बड़े शिक्षार्थी समुदायों में से एक को तेजी से सशक्त बना रहा है।
इसी तर्ज पर करियर वीडियो देखने का समय भी मई 2021 में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 60 प्रतिशत से अधिक बढ़ चुका है। यह प्लेटफॉम अब खेती, वित्त, खाद्य और इंजीनियरिंग जैसे सीखने वाले कई नए कार्यक्षेत्रों का उद्भव और विकास अनुभव कर रहा है। इसके अलावा प्रौद्योगिकी, सौंदर्य और कॉमेडी जैसे मौजूदा कार्यक्षेत्र क्षेत्रीय भाषाओं में खांटी देशज सामग्री परोसने के लिए फल-फूल रहे हैं।
यूट्यूब के उपयोगकर्ताओं द्वारा उत्पाद जागरूकता, अनुसंधान और प्रदर्शन के लिए इस प्लेटफॉर्म का तेजी से उपयोग करने की वजह से ब्रांड अपने ग्राहकों का लक्ष्य बनाने के लिए मांग और जुड़ाव की उस आंतरिक स्थिति पर दस्तक दे रहे हैं, जहां वे समय बिताते हैं।
आज 140 से अधिक यूट्यूब चैनलों के पास एक करोड़ से अधिक ग्राहक हैं। इसके अलावा यूट्यूब सृजक अपनी कहानियां बताने के लिए कल्पनाशील तरीकों का इस्तेमाल करने के वास्ते यूट्यूब शॉर्ट्स जैसी व्यक्तिगत वीडियो सामग्री के नए प्रारूपों का भी लाभ उठा रहे हैं।
यूट्यूब शॉट्र्स बीटा की भारत में पहली बार शुरुआत किए जाने के एक साल बाद दिसंबर की शुरुआत से क्रिएशन टूल का उपयोग करने वाले भारतीय चैनलों की संख्या बढ़कर तीन गुना से ज्यादा हो चुकी है, क्योंकि रचनाकार लगातार आकर्षक सामग्री बना रहे हैं और नए दर्शकों तक पहुंच रहे हैं। जुलाई 2021 तक यूट्यूब के नए शॉट्र्स प्लेयर, जो दुनिया भर के लोगों की यूट्यूब पर छोटी वीडियो देखने में मदद करता है, में वीडियो को प्रतिदिन 15 अरब से अधिक बार देखा जा रहा है। इससे रचनाकारों के लिए पैसा कमाने की संभावनाओं, प्रशंसकों से जुड़ाव और बड़े अन्वेषण पर जोर दिया जा रहा है।