चुनाव प्रचार के लिए फिल्मी हस्तियों को बुलाना भारत में परंपरा बन चुकी है।
नेता इन सितारों की बदौलत अधिकाधिक लोगों की भीड़ जुटाना चाहते हैं तो फिल्मी सितारों के लिए चुनावी समर कमाई करने का सुनहरा मौका होता है। हालांकि कई सितारे दोस्ती की खातिर या राजनैतिक दलों से परोक्ष रूप से जुड़े होने के कारण भी चुनाव प्रचार में हिस्सा लेते हैं।
इस बार लोक सभा चुनाव में फिल्मी कलाकारों को राजनीतिक पार्टियां अपने प्रचार के लिए एक लाख रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक का ऑफर दे रही हैं। देशद्रोही फिल्म के निर्माता निर्देशक और अभिनेता कमाल खान का कहना है, ‘मुझसे एक पार्टी ने चुनावी कैंपेन में हिस्सा लेने के लिए संपर्क साधा था और वे मुझे 10 लाख रुपये का ऑफर भी दे रहे थे लेकिन मैने 50 लाख रुपये तक की मांग की थी जिसे उन्होंने स्वीकार नहीं किया।’
फिल्म उद्योग के कलाकारों को उनके रुतबे के मुताबिक राजनीतिक पार्टियां संपर्क कर रही हैं। अभिनेता राहुल बोस ने मुंबई के लोगों से संपर्क कर उन्हें वोट देने के लिए उत्साहित किया वहीं आमिर खान अब भी अपने विज्ञापन के जरिए लोगों को वोट सोच समझ कर देने के लिए गुजारिश कर रहे हैं।
सलमान खान ने तो रिकॉर्ड स्तर पर तीन पार्टियों, कांग्रेस, भाजपा और एनसीपी के लिए चुनाव प्रचार किया। चर्चा है कि सलमान ने दोस्ती निभाने के लिए प्रचार तो जरूर किया लेकिन दूसरे लोगों से इन्होंने एक से डेढ़ करोड़ रुपये तक वसूले। सलमान ने एनसीपी के संजीव नायक, बसंत डावगरे, उन्नाव की अन्नू टंडन के लिए भी प्रचार किया। हालांकि सलमान ने इस बात का खंडन भी किया है।
मनीषा कोईराला को भी दो राज्यों में चुनावी अभियान के लिए 10 करोड़ रुपये का ऑफर मिला लेकिन उन्होंने स्वीकार नहीं किया। इस बार धमेंद्र, राजेश खन्ना, नीतिश भारद्वाज, दिपीका चेखलिया, अरुण गोविल जैसे कलाकार चुनावी अभियान में नहीं उतरे।
मुंबई में संजय निरुपम के प्रचार के लिए बिग बॉस के कलाकार जुल्फी सईद, संभावना सेठ और मोनिका बेदी उतरे। दूसरी ओर बालिका-वधू के कलाकारों ने भी 1-2 लाख रुपये लेकर प्रचार किया। राजु श्रीवास्तव, श्वेता तिवारी, सुधा चंद्रन, एहसान कुरैशी और रजा मुराद की मांग भी इस चुनाव प्रचार में खूब रही।
फिल्म उद्योग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि बी ग्रेड के अभिनेता-अभिनेत्री मसलन सेलिना जेटली, रिया सेन जैसी अदाकारा को एक दिन के चुनावी अभियान में हिस्सा लेने के लिए 10 लाख रुपये तक राजनीतिक दल दे रहे हैं। वहीं बड़े फिल्मी स्टार को 50 लाख से 1 करोड़ रुपये तक का ऑफर मिल रहा है।
हास्य कलाकारों को भी 5 लाख रुपये तक मिल जाते हैं। लेकिन अभिनेता आशुतोष राणा इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते कि कलाकार महज पैसे के लिए ही चुनावी अभियान में हिस्सा लेते हैं।
उनका कहना है, ‘फिल्मी कलाकारों की वजह से चुनावी अभियान में लोग आते हैं इसका मतलब यह है कि उनके प्रति आकर्षण के साथ ही भरोसा भी है और यही भरोसा वोट में भी तब्दील हो जाती है। मेरा व्यक्तिगत अनुभव है कि मैंने कभी किसी आर्थिक फायदे की वजह से चुनावी अभियान में हिस्सा नहीं लिया है और न मैं ऐसा करना चाहता हूं। ‘
भोजपुरी फिल्मों के मशहूर अभिनेता रविकिशन का कहना है, ‘मैं कांग्रेस पार्टी के साथ चुनावी अभियान में अपनी मर्जी से जुड़ा हूं और किसी भी तरह का आर्थिक लाभ लेने जैसी कोई बात नहीं है। इस पार्टी की विचारधारा का मैं सम्मान करता हूं इसी वजह से मैंने कांग्रेस के लिए उत्तर भारत के अलावा महाराष्ट्र में भी प्रचार किया।’
