कच्चा तेल उत्पादन, बिजली, सीमेंट और कोयला समेत बुनियादी ढांचा के अधिकांश प्रमुख क्षेत्रों में खराब प्रदर्शन के कारण जनवरी में छह महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा उद्योगों की वृध्दि दर घट गई।
यह दर 4.2 प्रतिशत रह गई, जो पूर्व वर्ष के समान माह में 8.3 प्रतिशत थी।अप्रैल-जनवरी 2007-08 के दौरान इन उद्योगों की वृध्दि दर घटकर 5.5 प्रतिशत रह गई, जो पूर्व वर्ष की समान अवधि में 8.9 प्रतिशत थी। बुधवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक कच्चे तेल के उत्पादन में 0.2 प्रतिशत की नकारात्मक वृध्दि दर दर्ज की गई। पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 4.7 प्रतिशत था। कोयला उत्पादन की वृध्दि दर भी गिरकर 4.8 प्रतिशत रह गई, जो पिछले साल जनवरी में 9.9 प्रतिशत थी।
बिजली क्षेत्र की वृध्दि दर 3.3 प्रतिशत रही, जो पिछले साल जनवरी में 8.3 प्रतिशत थी। सीमेंट क्षेत्र ने 5.2 प्रतिशत की वृध्दि दर हासिल की, जो पूर्व वर्ष के समान माह में 7.2 प्रतिशत थी।
कच्चा पेट्रोलियम, पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद, कोयला, बिजली, सीमेंट और तैयार कार्बन स्टील छह महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा क्षेत्र हैं। क्रिसिल के प्रधान अर्थशास्त्री डी. के. जोशी ने बताया कि छह मुख्य बुनियादी ढांचा क्षेत्रों का प्रदर्शन आर्थिक मंदी का प्रतीक है क्योंकि ये क्षेत्र विकास में योगदान करते हैं।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के आंकड़े भी विकास में आई मंदी का संकेत करते हैं।इससे पहले, जनवरी में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक भी गिरकर 5.3 प्रतिशत पर आ चुका है। जबकि पूर्व वर्ष जनवरी में यह 11.6 प्रतिशत था।