प्रबंधन संस्थानों के मक्का कहे जाने वाले भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) के छात्रों ने एक बार फिर अपना परचम लहराया है।
फाइनल प्लेसमेंट के दौरान हर साल की भांति इस साल भी आईआईएम, अहमदाबाद के छात्रों ने बाजी मार ली है।
उल्लेखनीय है कि फाइनल प्लेसमेंट में आईआईएम, अहमदाबाद के छात्रों को सबसे अधिक सैलरी पैकज का ऑफर दिया गया है। यहां के छात्रों को एक विदेशी कंपनी ने सलाना 360,000 डॉलर (करीब 1.44 करोड़ रुपये) का ऑफर दी है।
विदेशी कंपनी द्वारा दिए इस ऑफर ने देश के अन्य संस्थानों को चौंका दिया है।
गौरतलब है कि इस सैलरी ऑफर ने अन्य प्रबंधन संस्थानों के साथ-साथ खुद आईआईएम, अहमदाबाद का भी रिकार्ड तोड़ दिया है। विदेशी कंपनियों ने पिछले साल जो सैलरी पैके ज का ऑफर रखा था, वह 250,000 डॉलर से 300,000 डॉलर के ही बीच था।
अगर पिछले साल के सैलरी पैकज को देखें तो इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी), हैदराबाद में अधिकतम सैलरी पैकेज 269,000 डॉलर था और साथ ही आईआईएम, अहमदाबाद के पोस्ट ग्रेजुएट इन मैनेजमेंट के छात्रों के लिए अधिकतम 250,000 डॉलर सैलरी पैकज दिया गया था।
आईआईएम, अहमदाबाद के निदेशक समीर के. बरुआ ने बताया,’हमारे छात्रों को विदेशी कंपनियों द्वारा दी जाने वाली अधिकतम सैलरी पैकेज 2,80,000 से 360,000 के बीच है।
बहरहाल, छात्रों को हाथ में कितना वेतन मिलता है, वह बोनस के हिस्से से तय होगा, जिसकी जानकारी छात्रों के प्रदर्शन के एक साल बाद ही पता चल पाएगा।’
यही नहीं आईआईएम, अहमदाबाद घरेलू कंपनियों को भी लुभाने में आगे रही है। घरेलू कंपनियों द्वारा छात्रों को 50 लाख से 70 लाख रुपये के बीच का ऑफर मिला है।
एक अनुमान के मुताबिक प्रबंधन के छात्रों को घरेलू कंपनियों द्वारा औसतन 17.85 लाख की सैलरी दी गई है। बीते साल के मुकाबले यह 30 फीसदी अधिक है। पिछले साल औसत सैलरी 13.7 लाख रुपये थी। अगर विदेशी सैलरी पैकेज की बात करें तो औसत सैलरी 119,000 डॉलर थी।
यहां भी पिछले साल के मुकाबले बढ़त देखी गई है। पिछले साल औसत सैलरी 115,300 डॉलर थी। साथ ही बरुआ ने यह भी बताया,’दुनिया भर में छाई आर्थिक मंदी और सबप्राइम संकट की वजह से प्लेसमेंट को लेकर हमलोग थोड़े चिंतित थें।
लेकिन इस साल फाइनल प्लेसमेंट में कंपनियों का रूझान बहुत अच्छा रहा। बहरहाल, इस साल 255 छात्रों के बैच में से 113 छात्रों ने वित्तीय क्षेत्रों को जुड़े हैं।’