ब्लैकबेरी सेवा के उपयोग में सुरक्षा खामियों के कारण जांच के दायरे में आने मद्देनजर सरकार ने दूरसंचार कंपनियों को चेतावनी दी है कि वे 15 दिनों के अंदर जरूरी सुरक्षा प्रणाली का लागू करें या फिर सेवा बंद कर दें।
दूरसंचार विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि संबंधित सेवा प्रदाताओं को कनाडा के ब्लैकबेरी लाइसेंसर रीसर्च इन मोशन (रिम) के अधिकारियों से बातचीत करें, ताकि देश में पूरी तौर पर सुरक्षित सेवा प्रदान की जा सके। गौरतलब है कि यदि यह सेवा बंद की जाती है तो ब्लैकबेरी के चार लाख से ज्यादा उपभोक्ता इस सेवा से वंचित हो जाएंगे, जिसके जरिए ई-मेल का उपयोग एसएमएस की तरह किया जा सकता है।
हालांकि दूरसंचार सचिव ने हाल ही में कहा था कि सरकार इस मामले को सुलझाना चाहती है।उधर, संपर्क करने पर ब्लैकबेरी सेवा के लाइसेंसर रिम के प्रवक्ता ने पीटीआई से कहा कि विश्व भर के 130 देशों में रिम संचालन करती है और वहां की सरकारों की नियामक जरूरतों का आदर करती है। रिम किसी भी देश के गोपनीय नियामक मामलों या अटकलों पर टिप्पणी नहीं करती है।
दूरसंचार मंत्री ए. राजा ने यह भी कहा था कि देश की सुरक्षा सबसे बड़ी चिंता है और किसी भी कीमत पर इसकी कुर्बानी नहीं दी जा सकती।
भारत दूसरा बड़ा वायरलेस नेटवर्क
दूरसंचार नियामक ट्राई ने कहा कि भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा वायरलेस नेटवर्क बन जाएगा, जिसके ग्राहकों की संख्या अप्रैल तक 30 करोड़ हो जाएगी। भारत के वायरलेस ग्राहकों की संख्या अमेरिका से ज्यादा हो जाएगी और देश विश्व का दूसरा सबसे बड़ा वायरलेस नेटवर्क बन जाएगा। चीन विश्व का सबसे बड़ा वायरलेस नेटवर्क है।