भारतीय हवाई क्षेत्र में वर्ष 2022 के दौरान पक्षियों के टकराने की घटनाओं में 52 फीसदी तक का इजाफा नजर आया है, क्योंकि वैश्विक महामारी के बाद वाणिज्यिक विमानन ने खासा जोर पकड़ा है।
नागरिक विमानन महानिदेशालय (DGCA) के अनुसार पिछले साल देश में विमान से पक्षियों के टकराने के 2,174 मामले नजर आए, जो वर्ष 2021 के 1,430 मामलों से ज्यादा हैं।
DGCA के आंकड़ों के अनुसार न केवल पक्षियों के टकराने की घटनाओं में ही इजाफा हुआ, बल्कि हवाई अड्डों पर जानवरों के टकराने की घटनाएं भी वर्ष 2022 में बढ़कर 36 हो गईं, जबकि वर्ष 2021 में ऐसी घटनाओं की संख्या 23 थी।
देश भर में 100 से ज्यादा हवाई अड्डों का संचालन करने वाले भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने कहा कि इन घटनाओं में यह इजाफा महामारी के बाद वर्ष 2022 में उड़ानों की संख्या में वृद्धि होने की वजह से हुआ है।
विमानन क्षेत्र का विश्लेषण करने वाली फर्म सीरियम के अनुसार भारतीय हवाई क्षेत्र में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की कुल संख्या वर्ष 2022 में 32.29 फीसदी तक बढ़कर 13 लाख हो गई।
पक्षी और जानवरों के टकराने की घटनाओं को उड़ान परिचालन के लिए सबसे बड़े खतरों में से एक माना जाता है। इस महीने की शुरुआत में पुणे जा रहे एयरएशिया इंडिया के एक विमान की भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी थी। पक्षी से टकराए जाने के बाद ऐसा करना पड़ा था।
पिछले महीने नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि पक्षियों के टकराने की समस्या के समाधान के लिए सभी उपाय किए गए हैं और उन्होंने हवाईअड्डों के आसपास के क्षेत्रों को साफ रखने की आवश्यकता पर बल दिया।