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दिल्ली के पॉश इलाकों में घर लेना और महंगा! इंडिपेंडेंट फ्लोर की कीमतों में जबरदस्त उछाल

जीजीएफ द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण दिल्ली में इंडिपेंडेंट फ्लोर की कीमतों में 17 फीसदी तक इजाफा हुआ है।

Last Updated- November 14, 2025 | 3:35 PM IST
Real Estate

दिल्ली के पॉश इलाके दक्षिण दिल्ली में इंडिपेंडेंट फ्लोर की कीमतों में इजाफा हो रहा है। इस साल की तीसरी तिमाही के दौरान भी दक्षिण दिल्ली की पॉश कॉलोनियों में इंडिपेंडेंट फ्लोर की कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई है। इसकी वजह दक्षिण दिल्ली में पुनर्विकास गतिविधियों में तेजी, लग्जरी आवास की बढ़ती मांग और खरीदारों के विश्वास में सुधार होना मानी जा रही है।

दक्षिण दिल्ली में कितने महंगे हुए इंडिपेंडेंट फ्लोर?

गोल्डन ग्रोथ फंड (जीजीएफ) एक श्रेणी II रियल एस्टेट केंद्रित वैकल्पिक निवेश फंड (एआईएफ) है। जीजीएफ द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण दिल्ली में इंडिपेंडेंट फ्लोर की कीमतों में 17 फीसदी तक इजाफा हुआ है।

जीजीएफ के सीईओ अंकुर जालान कहा, “दक्षिण दिल्ली में फ्लोरों की औसत कीमतों में वृद्धि एनसीआर के बाकी हिस्सों से अधिक बनी हुई है क्योंकि यह बाजार पहले से ही उच्च-मूल्य वाले फ्लोर मुहैया कराता है क्योंकि यहां स्थानीय निवासी अपनी भूमि का बेहतर उपयोग कर उसे पुनर्विकसित करना चाहते हैं और उसका पूंजीगत मूल्य और किराये की आय बढ़ाना चाहते हैं। इसके अलावा इस बाजार में विश्व के अन्य बड़े महानगरों के मुकाबले मांग की तुलना में आपूर्ति सीमित रहती है। दक्षिण दिल्ली अन्य माइक्रो मार्केट की तुलना में कई मामलों में बेहतर प्रदर्शन करती है जैसे स्थायी मांग, भरोसेमंद और सुरक्षित निवेश विकल्प, निवेश पर अच्छा रिटर्न, मजबूत बुनियादी ढांचा और रोजगार एवं मनोरंजन केंद्रों से उत्कृष्ट कनेक्टिविटी।

ए कैटेगरी की कॉलोनियों में सबसे ज्यादा बढ़ी इंडिपेंडेंट फ्लोर की कीमत

जीजीएफ की रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण दिल्ली में इंडिपेंडेंट फ्लोर की कीमतों में सबसे अधिक वृद्धि ए कैटेगरी की कॉलोनियों में हुई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में ए कैटेगरी की कॉलोनियों में इंडिपेंडेंट फ्लोर की औसत कीमत 17 प्रतिशत बढ़ी है। ए कैटेगरी के 2,500 वर्ग फुट के एक इंडिपेंडेंट फ्लोर की औसत कीमत 14.5 करोड़ रुपये से 17 फीसदी बढ़कर 17 करोड़ रुपये हो गई। 6,000 वर्ग फुट फ्लोर की कीमत भी इतनी ही वृद्धि के साथ 32 करोड़ से बढ़कर 37.5 करोड़ रुपये हो गई। ए कैटेगरी की कॉलोनियों में चाणक्यपुरी, गोल्फ लिंक्स, जोर बाग, शांति निकेतन, वसंत विहार, आनंद निकेतन, पंचशील आदि शामिल हैं। इन कॉलोनियों में इंडिपेंडेंट फ्लोर के आकार के आधार पर कीमत 11 से 53 करोड़ रुपये हो गई है। पिछले साल की तीसरी तिमाही में यह आंकड़ा 10 से 45 करोड़ रुपये था।

बी कैटेगरी की कॉलोनी में इंडिपेंडेंट फ्लोर लेना 15 फीसदी तक महंगा

जीजीएफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि बी कैटेगरी की कॉलोनियों में इंडिपेंडेंट फ्लोर्स की औसत कीमत में सालाना 12 से 15 फीसदी के बीच वृद्धि हुई है। बी कैटेगरी की कॉलोनियों में गुलमोहर पार्क, आनंद लोक, डिफेंस कॉलोनी, नीति बाग, चिराग़ एन्क्लेव, ग्रेटर कैलाश आदि कॉलोनियां आती हैं। इन कॉलोनियों में 2,500 वर्ग फुट के फ्लोर की औसत कीमत 8.5 करोड़ रुपये से 12 फीसदी बढ़कर 9.5 करोड़ रुपये हो गई है, जबकि 3,200 वर्ग फुट के फ्लोर की औसत कीमत 13.5 करोड़ रुपये से 12 फीसदी बढ़कर 15.5 करोड़ रुपये हो गई है। तीसरी तिमाही में बी कैटेगरी की कॉलाेनियों की इंडिपेंडेंट फ्लाेर के आकार के आधार पर कीमत 8 से 18 करोड़ रुपये हो गई है। पिछले साल की इसी तिमाही में यह कीमत 7 से 16 करोड़ रुपये थी।

दक्षिण दिल्ली की कॉलोनियों में 6 लाख करोड़ रुपये की पुनर्विकास की संभावना

जीजीएफ की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिण दिल्ली की कॉलोनियों में पुनर्विकास की संभावनाएं लगभग 6 लाख करोड़ रुपये की हैं। जालान ने कहा, “जैसे-जैसे पुनर्विकास के साथ एफएसआई (FSI) का बेहतर उपयोग होने लगता है, वैसे-वैसे भवनों के डिजाइन में अधिक उपयोगी क्षेत्र, आधुनिक सुविधाएं और बेहतर लाइफस्टाइल फीचर्स शामिल किए जाते हैं ताकि नई पीढ़ी के निवासियों की जरूरतों को पूरा किया जा सके। परिणामस्वरूप, औसत किराये में भी 20 से 30 फीसदी की वृद्धि देखी जाती है।”

दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने दिल्ली की सभी कॉलोनियों को 8 कैटेगरी मसलन ए, बी, सी, डी, ई,एफ, जी और एच में बांटा है। इनके आधार पर ही प्रॉपर्टी के पंजीकरण के लिए सर्कल दरें, संपत्ति कर दरें और स्टाम्प शुल्क निर्धारित किए जाते हैं। ए और बी कैटेगरी को दक्षिणी दिल्ली के सबसे विशिष्ट और महंगे आवासीय क्षेत्रों के रूप में माना जाता है।

First Published - November 14, 2025 | 3:35 PM IST

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