इंदौर नगर निगम (IMC) का ग्रीन बॉन्ड मंगलवार को नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में लिस्ट हो गया। भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में आयोजित एक समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घंटा बजाकर इस लिस्टिंग की औपचारिक घोषणा की।
इस अवसर पर चौहान ने कहा कि प्रदेश के बाकी शहरों को भी इस दिशा में काम करना होगा। उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्रदेश के पांच और बड़े शहरों के नगर निगम ग्रीन बॉन्ड जारी करें, इस दिशा में गंभीर प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने निवेशकों को भी आश्वस्त किया कि उन्हें मध्य प्रदेश में हमेशा सकारात्मक माहौल मिलेगा।
इंदौर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि लिस्टिंग के पहले दिन 661 करोड़ रुपये की राशि आई और तीसरे दिन 730 करोड़ रुपये पर यह बॉन्ड लॉक हुआ। इंदौर नगर निगम के ग्रीन बॉन्ड को इंडिया रेटिंग ने AA+ स्टेबल और केयर रेटिंग ने केयर AA स्टेबल रेटिंग प्रदान की है।
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज के सीईओ आशीष कुमार चौहान ने इस ग्रीन बॉन्ड को सहकारी संघवाद और भारत के स्थानीय प्रशासन मॉडल की गहराई का एक बड़ा उदाहरण करार देते हुए कहा कि बढ़ते शहरीकरण को देखते हुए मौजूदा शहरी बुनियादी ढांचे में विस्तार और उन्नयन की बहुत अधिक आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के ग्रीन बॉन्ड तथा अन्य म्युनिसिपल बॉन्ड स्थानीय निकायों को फंड जुटाने का एक वैकल्पिक माध्यम प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि इस ग्रीन बॉन्ड के पब्लिक इश्यू को इश्यू आकार का करीब छह गुना सब्सक्रिप्शन मिला है जो दिखाता है कि ऐसे बॉन्ड को लेकर निवेशक भी बहुत उत्सुक हैं।
मध्य प्रदेश के ऊर्जा एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे ने भी हाल ही में बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा था कि मध्य प्रदेश के नगरीय निकाय और पंचायतें ग्रीन एनर्जी को अपनाने तथा ग्रीन फंड जुटाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।