RBI Monetary Policy: रिजर्व बैंक ने लगातार चौथी बार ब्याज दरों में इजाफा किया है। महंगाई के चलते देश की अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ रहा है और रिकवरी में दिक्कत आ रही है। ऐसे में महंगाई को कंट्रोल करने के लिए रिजर्व बैंक (RBI) ने ब्याज दरों में आज यानी 30 सितंबर को फिर बढ़ोतरी कर दी है।
RBI ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा किया, जिससे यह 5.40 फीसदी से बढ़कर 5.90 फीसदी हो गया है। इसके पहले 5 अगस्त को रेपो रेट में 50 बेसिस प्वॉइंट, जून में 50 बेसिस प्वॉइंट और मई में 40 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा हुआ था।
मॉनिटरी पॉलिसी की मुख्य बातें :
रीपो रेट 0.5 प्रतिशत बढ़ाकर 5.9 प्रतिशत की गयी। लगातार चौथी बार वृद्धि।
Inflation को काबू में करने के लिए रीपो रेट में 1.90 प्रतिशत की वृद्धि।
जीडीपी ग्रोथ रेट अनुमान में कटौती, 2022-23 के लिये 7 प्रतिशत।
वित्त वर्ष 2022-23 के लिये खुदरा महंगाई (retail inflation) अनुमान 6.7 प्रतिशत पर बरकरार।
स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट में भी इजाफा किया गया है।
अब स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी रेट 5.65% और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी 6.15% हो गया है।
गर्वनर बोले, कम हो सकती है महंगाई दर
मॉनिटरी पॉलिसी को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेस कर रहे आरबीआई गवर्नर ने कहा कि अभी महंगाई दर 7 फीसदी के करीब है। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में यह दर घटकर 6 फीसदी पर आ सकती है। लेकिन अभी महंगाई चिंता का विषय बनी रहेगी।
रिजर्व बैंक ने GDP ग्रोथ का अनुमान घटाकर किया 7%
RBI ने वित्त वर्ष 2023 के लिए GDP ग्रोथ का अनुमान 7.2 फीसदी से घटाकर 7 फीसदी कर दिया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा कि भारत का GDP ग्रोथ आज भी सबसे बेहतर है। FY23 की दूसरी छमाही में मांग बेहतर रहेगी। FY23 Q2 में GDP ग्रोथ 6.3 फीसदी रह सकती है।
बाजार भी कमजोर
RBI पॉलिसी के पहले बाजार भी कमजोर नजर आए। आज के कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों इंडेक्स में गिरावट देखने को मिल रही है। सेंसेक्स करीब 250 अंकों से ज्यादा कमजोर हुआ है तो निफ्टी भी 16750 के करीब नजर आ रहा है। आज बाजार में बिकवाली का भी दबाव है। बैंक, आईटी फाइनेंशियल और ऑटो शेयरों में तेज बिकवाली है।