बैंकों में कर्ज की मांग जमा रकम से ज्यादा होती जा रही है, जिसे देखकर देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) सहित कई बैंकों ने जमा पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। त्योहारों के दौरान कर्ज की मांग बढ़ जाती है, जिसके लिए पूंजी जुटाने की खातिर बैंकों ने ब्याज दरें बढ़ाई हैं ताकि लोग बैंकों में धन जमा करने आएं। बैंक ऑफ बड़ौदा ने ऊंची ब्याज दरों के साथ विशेष जमा योजना शुरू की है।
आजादी के 75 साल का जश्न मनाते हुए एसबीआई ‘उत्सव जमा योजना’ नाम से 75 दिन की विशेष जमा योजना लाया है। इस सावधि जमा पर 6.10 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है। वरिष्ठ नागरिकों को 50 आधार अंक ज्यादा ब्याज दिया जाएगा। 15 अगस्त को शुरू हुई यह योजना 75 दिन यानी 30 अक्टूबर, 2022 तक जारी रहेगी। एसबीआई 1000 दिन के लिए जमा पर 6.10 फीसदी ब्याज दे रहा है।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने आज ‘बड़ौदा तिरंगा जमा योजना’ शुरू करने की घोषणा की। इस योजना के तहत 444 दिन की सावधि जमा पर 5.75 फीसदी और 555 दिन की सावधि जमा पर 6 फीसदी ब्याज दिया जाएगा। बैंक ऑफ बड़ौदा के कार्यकारी निदेशक अजय खुराना ने कहा, ‘बड़ौदा तिरंगा जमा पर ज्यादा ब्याज दर की पेशकश की जा रही है और ग्राहकों को दो अवधियां चुनने का विकल्प भी दिया जा रहा है।’ यह योजना 2 करोड़ रुपये से कम की खुदरा जमाओं पर 31 दिसंबर तक उपलब्ध होगी। पिछले हफ्ते केनरा बैंक ने 666 दिन की सावधि जमा के लिए 6 फीसदी ब्याज दर देने की घोषणा की थी।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 5 अगस्त को रीपो दर में 50 आधार अंक का इजाफा किया था। इसके बाद से इंडियन ओवरसीज बैंक, इंडियन बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और उज्जीवन स्मॉल फाइनैंस बैंक ने अलग-अलग परिपक्वता अवधि वाली सावधि जमाओं पर ब्याज दरें बढ़ाई हैं।
आरबीआई के ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि 29 जुलाई तक बैंक की जमाओं की सालाना वृद्धि 9.1 फीसदी थी, जबकि उधारी में पिछले साल के मुकाबले 14.5 फीसदी बढ़ोतरी हुई थी। बैंक जमा आकर्षित करने के यत्न तब कर रहे हैं, जब जमा वृद्धि 9 फीसदी से भी कम हो गई है और त्योहारी मौसम में कर्ज की मांग बढ़ने पर उन्हें रकम जुटाने में मुश्किल हो सकती है।
कोटक महिंद्रा बैंक और फेडरल बैंक ने एमसीएलआर बढ़ाने की भी
घोषणा की है।
