सार्वजनिक क्षेत्र के बैक ऑफ इंडिया का शुद्ध लाभ सितंबर में समाप्त तिमाही में सालाना आधार पर 99.89 फीसदी की बढ़त के साथ 1,051 करोड़ रुपये पर पहुंच गय। गैर-ब्याज आय में सुधार और फंसे कर्ज के लिए प्रावधान में कमी के कारण बैंक के मुनाफे को मजबूती मिली। पिछले साल की समान अवधि में बैंंक का शुद्ध लाभ 526 करोड़ रुपये रहा था। क्रमिक आधार पर लाभ में 45.97 फीसदी की बढ़ोतरी हुई क्योंकि जून तिमाही में लाभ 720 करोड़ रुपये रहा था।
हालांकि बैंंक की शुद्ध ब्याज आय इस अवधि में 14.32 फीसदी की गिरावट के साथ 3,523 करोड़ रुपये रह गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 4,113 करोड़ रुपये रही थी। लेकिन क्रमिक आधार पर उसमें 12.06 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जो उस दौरान 3,144 करोड़ रुपये रही थी।
बैंक के प्रबंध निदेशक व सीईओ ए के दास ने कहा कि कर्ज की रफ्तार सुस्त रही, जिसका असर ब्याज आय पर पड़ा। बैंंक के कर्ज में सालाना आधार पर महज 2.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 4,18,895 करोड़ रुपये रहा जबकि बैंंकिंग सिस्टम में कर्ज बढ़त की रफ्तार छह फीसदी से ज्यादा रही है। बैंंक ने वित्त वर्ष 22 में कर्ज में 6-7 फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान जताया है। बीएसई पर बैंक का शेयर 3.48 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 62.5 रुपये पर बंद हुआ। बैंक का सकल एनपीए दूसरी तिमाही में घटकर 241 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 2,134 करोड़ रुपये रहा था और जून तिमाही में 873 करोड़ रुपये। सितंबर तिमाही में शुद्ध एनपीए 2.79 फीसदी रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 2.89 फीसदी रहा था।
यूनियन बैंक का लाभ तीन गुना हुआ
सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का सितंबर में समाप्त तिमाही का एकल आधार पर शुद्ध लाभ तीन गुना होकर 1,526.12 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक ने 516.62 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। बैंक ने मंगलवार को बताया कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 20,683.95 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले समान तिमाही 20,182.62 करोड़ रुपये थी। तिमाही के दौरान डूबे कर्ज और अन्य आकस्मिक खर्चों के लिए बैंक का प्रावधान घटकर 3,723.76 करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 4,242.45 करोड़
रुपये था। सितंबर, 2021 को समाप्त तिमाही में बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घटकर 12.64 फीसदी रह गईं, जो एक साल पहले समान तिमाही में 14.71 फीसदी थीं। मूल्य के हिसाब से बैंक का सकल एनपीए 95,796.90 करोड़ रुपये से घटकर 80,211.73 करोड़ रुपये रह गया। हालांकि, बैंक का शुद्ध एनपीए मामूली बढ़कर 4.61 फीसदी या 26,786.42 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।