निजी क्षेत्र के ऐक्सिस बैंक ने शेयरों के पात्र संस्थागत नियोजन के जरिए 10,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जिसका इस्तेमाल बैंक अपने पूंजी पर्याप्तता को मजबूत बनाने, बढ़त की रणनीति के वित्त पोषण और महामारी से लगने वाले झटके से उबरने में करेगा। इसी तरह हाउसिंग डेवलपमेंट फाइ्रनैंस कॉरपोरेशन (एचडीएफसी) ने मंगलवार को कहा कि उसने 1,760 रुपये के इश्यू प्राइस पर 5.68 लाख इक्विटी शेयर जारी और उसका आवंटन कर 10,000 करोड़ रुपये जुटाए। इन शेयरों की फेस वैल्यू 2 रुपये है।
ऐक्सिस बैंक के इश्यू को ज्यादा आवेदन मिले और लेनदेन का अंतिम आकार हालांकि 10,000 करोड़ रुपये रहा। क्यूआईपी 420.1 रुपये प्रति शेयर पर हुआ, जो फ्लोर प्राइस 442.19 रुपये के मुकाबले 5 फीसदी कम है।
बैंक का शेयर बीएसई पर करीब 4 फीसदी की बढ़त के साथ 448 रुपये पर बंद हुआ। एचडीएफसी का शेयर बीएसई पर 1.48 फीसदी चढ़कर 1,825.35 रुपये पर बंद हुआ।
एक बयान में बैंक ने कहा, चुनौतीपूर्ण आर्थिक माहौल के बावजूद इस नियोजन को वैश्विक व देसी निवेशक समुदाय की तरफ से अच्छी प्रतिक्रिया मिली, जिनमें बड़े एफपीआई, देसी म्युचुअल फंड और बीमा कंपनियां शामिल हैं। हालांकि बैंक ने उन निवेशकों के नाम का खुलासा नहीं किया।
एचडीएफसी ने कहा, इश्यू के जरिए उसे अग्रिम तौर पर 307.03 करोड़ रुपये मिले और 180 रुपये प्रति वॉरंट के हिसाब से 1.70 करोड़ वॉरंट का अवंटन किया। इसके अलावा भुनाए जाने योग्य गैर-परिवर्तनीय ऋणपत्रों के आवंटन से उसने 3,693 करोड़ रुपये जुटाए। यह तीन साल का है और इसकी सालाना ब्याज दर 5.40 फीसदी है।
एचडीएफसी ने कहा, इस इश्यू को ज्यादा आवेदन मिले। क्यूआईपी के जरिए पेश इक्विटी शेयर व वॉरंट 326 अलग-अलग बड़े संस्थागत फंडों ने खरीदे। लेनदार ने कहा, इस इश्यू से मिली र कम का इस्तेमाल सामान्य कंपनी कामकाज और कारोबारी मौकों के वित्त पोषण पर होगा, जिसमें सहायक कंपनियों की विस्तार योजना का वित्त पोषण शामिल है।
हाल में निजी क्षेत्र के लेनदारों ने बाजार से रकम जुटाई है ताकि महामारी से लगने वाले किसी तरह के झटके को बर्दाश्त किया जा सके। येस बैंंक ने हाल में 15,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं जबकि कोटक महिंद्रा बैंंक ने 7,440 करोड़ रुपये और आईडीएफसी बैंक ने 2,000 करोड़ रुपये जुटाए। आईसीआईसीआई बैंक ने भी 15,000 करोड़ रुपये जुटाने का इरादा जताया है और क्यूआईपी के लिए फ्लोर प्राइस तय कर दिया है। कई सरकारी लेनदारों मसलन पंजाब नैशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंंक भी रकम जुटाने की प्रक्रिया में है।
ऐक्सिस बैंक के प्रबंध निदेशक व सीईओ अमिताभ चौधरी ने कहा, बैंक को वैश्विक व देसी निवेशकों की अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। हमारा मानना है कि बैंक अपनी बढ़त के सभी संभावित मौके हासिल करने के लिए बेहतर स्थिति में है, जो अर्थव्यवस्था के खुलने पर मिलेंगे। साथ ही वह कोविड महामारी से पैदा हुई चुनौतियों से पार पाने के लिहाज से भी मजबूत स्थिति में है।
इस बात का भय है कि पुनर्भुगतान पर मोहलत समाप्त होने के बाद फंसे कर्ज में बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन आरबीआई ने अब बैंकों के कर्ज पुनर्गठन की अनुमति दी है, जो उनकी परिसंपत्ति गुणवत्त्ता पर महामारी के असर को नरम कर देगा।
