निजी क्षेत्र के तीसरे सबसे बड़े ऋणदाता ऐक्सिस बैंक ने सिटीबैंक इंडिया का उपभोक्ता कारोबार और उसकी गैर-बैंकिंग वित्तीय इकाई सिटीकॉर्प फाइनैंस (इंडिया) लिमिटेड का उपभोक्ता कारोबार आज से ऐक्सिस बैंक का हो गया। निजी क्षेत्र के तीसरे सबसे बड़े ऋणदाता ऐक्सिस बैंक ने 11,603 करोड़ रुपये में यह सौदा पूरा कर लिया। पहले इसमें 12,325 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान जाहिर किया गया था।
सौदे की कीमत में गिरावट इसलिए आई क्योंकि ऐक्सिस के साथ जाने के इच्छुक ग्राहकों की संख्या अनुमान से कम रही। अब एकीकरण के लिए 18 महीने का समय तय किया गया है। इस दौरान सिटी के ग्राहकों को ऐक्सिस बैंक के तकनीकी प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा। इस एकीकरण पर 1,500 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे।
ऐक्सिस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी अमिताभ चौधरी ने कहा कि भारतीय प्रतिस्पर्द्धा आयोग से मंजूरी मिलने के बाद महज सात महीनों के भीतर यह सौदा पूरा कर लिया गया है। इस सौदे की घोषणा पिछले साल मार्च में की गई थी।
इस लेनदेन में सिटीबैंक इंडिया का ऋण, क्रेडिट कार्ड, परिसंपत्ति प्रबंधन एवं खुदरा बैंकिंग कारोबार शामिल है। साथ ही इसमें संपत्ति रेहन रखकर कर्ज देने का कारोबार – वाणिज्यिक वाहन एवं निर्माण उपकरण ऋण- और सिटीकॉर्प फाइनैंस लिमिटेड का पर्सनल लोन कारोबार भी शामिल हैं।
चौधरी ने कहा, ‘हमने इस अधिग्रहण को निर्धारित समय-सीमा से पहले पूरा कर लिया है और इसके लिए हमें बाहर से रकम जुटाने की जरूरत भी नहीं पड़ी। ऐक्सिस बैंक के प्लेटफॉर्म से जुड़ने वाले सिटीबैंक के कर्मियों के लिए आंकड़े उम्मीद से बेहतर हैं। प्रमुख मानदंडों में बदलाव काफी हद तक उम्मीद के अनुरूप रहेंगे।’
इस सौदे की घोषणा के समय ऐक्सिस बैंक ने अनुमान जाहिर किया था कि उसे सिटीबैंक इंडिया के करीब 30 लाख ग्राहक, 25 लाख क्रेडिट कार्डधारक, सिटी वेल्थ एवं निजी बैंकिंग से 1.11 लाख करोड़ रुपये की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां (एयूएम), 50,000 करोड़ रुपये की जमा, सिटीबैंक के 3,600 कर्मचारी और 1,600 कंपनियों के सैलरी अकाउंट हासिल होंगे।
अब सौदा पूरा हो चुका है और इस सौदे से ऐक्सिस बैंक को सिटीबैंक इंडिया के 24 लाख ग्राहक, करीब 22 लाख क्रेडिट कार्डधारक, सिटी वेल्थ एवं निजी बैंकिंग से 94,700 करोड़ रुपये की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां, करीब 40,000 करोड़ रुपये की जमा और सिटीबैंक के करीब 3,200 कर्मचारी मिले हैं। इसके अलावा 1,600 सुविधा कॉरपोरेट रिलेशनशिप भी हासिल हुए हैं।
ऐक्सिस बैंक के ग्रुप एग्जिक्यूटिव एवं प्रमुख (बैंकिंग परिचालन एवं बदलाव) सुब्रत मोहंती ने कहा, ‘जब आप इस तरह के सौदे की घोषणा कर रहे थे तो उम्मीद की जा रही थी कि कुछ ग्राहक छोड़कर चले जाएंगे। हमने उनसे सहमति ली और उस प्रक्रिया में कुछ ग्राहक कम हो गए।’
सिटी इंडिया के सीईओ अंशु खुल्लर ने कहा, ‘हमें लगता है कि हमने अपने ग्राहकों और अपने लोगों के लिए सही जगह चुनी है। हमारे संस्थागत ग्राहकों का कारोबार काफी दमदार है और उसमें लगातार वृद्धि हो रही है। इसके साथ ही भारत में मौजूद अवसरों पर हमारी नजर बरकरार रहेगी। हम इस देश की अद्वितीय प्रतिभाओं के साथ अपने 5 सिटी सॉल्यूशंस सेंटर के जरिये वैश्विक कारोबार की मदद जारी रखेंगे।’