राज्य विकास बॉन्डों (एसडीएल) पर प्रतिफल मंगलवार की नीलामी में सभी परिपक्वता में 5-6 आधार अंक और बढ़ा है। यह रिजर्व बैंक द्वारा रीपो रेट 50 आधार अंक बढ़ाकर 4.90 प्रतिशत किए जाने के बाद पहली नीलामी थी। बहरहाल आज की नीलामी में प्रतिफल में बढ़ोतरी की मात्रा पिछले सप्ताह हुई नीलामी के कट-आफ प्रतिफल में हुई 9 प्रतिशत बढ़ोतरी की तुलना में कम रही है।
आज बॉन्ड के माध्यम से 2 राज्य सरकारों ने 5,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। आंध्र प्रदेश ने 2,000 करोड़ रुपये, हरियाणा ने 2,000 करोड़ रुपये और तमिलनाडु ने 1,000 करोड़ रुपये बॉन्ड के माध्यम से जुटाए हैं। रेटिंग एजेंसी इक्रा के मुताबिक यह सांकेतिक कैलेंडर में 16,500 करोड़ रुपये जुटाए जाने के संकेतों की तुलना में बहुत कम है और यह पिछले सप्ताह 4 राज्यों द्वारा बॉन्ड से जुटाए गए 12,000 करोड़ रुपये की तुलना में भी कम है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आऱबीआई) के आंकड़ों के मुताबिक 10 साल के पेपर के लिए कट-आफ प्रतिफल 7.94/95 प्रतिशत रहा, जो पिछले सप्ताह 7.89 प्रतिशत था। भारत सरकार की मानक 10 साल की प्रतिभूति (जीसेक 6:54 जीएस 2032) प्रतिफल आज 7.58 प्रतिशत हो गया, जो पिछले मंगलवार (7 जून, 2022) को 7.52 प्रतिशत था। इक्रा ने कहा कि कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी, अमेरिकी ट्रेजरी के प्रतिफल, कमजोर रुपये और घरेलू महंगाई में तेजी ने इसमें अहम भूमिका निभाई है।
10 साल के एसडीएल का भारित औसत कट-ऑफ पिछले मंगलवार की तुलना में 5 आधार अंक बढ़कर 7.95 प्रतिशत हो गया। इसी के मुताबिक 10 साल के एसडीएल के भारित औसत और 10 साल के सरकार के बॉन्ड प्रतिफल के बीच स्प्रेड घटकर आज 36 आधार अंक हो गया, जो पिछले सप्ताह 37 आधार अंक था।
स्प्रेड 33 आधार अंक (17 मई, 2022) से बढ़कर 36 आधार अंक (24 मई, 2022) और उसके बाद 40 आधार अंक (31 मई, 2022) हुआ था। राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों ने इस तिमाही (वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही) में अब तक 842 अरब रुपये उधारी ली है।
