अगले महीने देश में कोविड-19 का चौथा टीका उपलब्ध होने की उम्मीद है। सूत्रों ने संकेत दिया कि कैडिला हेल्थकेयर दिसंबर में जायकोव-डी को बाजार में उतार सकती है। इसके साथ ही देश में किशोरों के लिए कोविड-19 का टीका उपलब्ध हो जाएगा क्योंकि 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों पर इसके इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी गई है।
इस मामले से अवगत सूत्रों ने कहा कि जायकोव-डी दिसंबर में लोगों के लिए उपलब्ध होगा। इस मुद्दे पर कंपनी ने कोई टिप्पणी नहीं की।
कैडिला हेल्थकेयर (जायडस कैडिला) ने नवंबर के पहले सप्ताह में कहा था कि उसे केंद्र सरकार को दुनिया के पहले प्लाज्मिड डीएनए टीका जायकोव-डी की 1 करोड़ खुराक की आपूर्ति करने के लिए ऑर्डर मिला है। जीएसटी को छोड़कर इस टीके की कीमत 265 रुपये प्रति खुराक रखी गई है और इसे सूई मुक्त ऐप्लिकेटर के जरिये लगाया जाएगा जिसकी कीमत 93 रुपये प्रति खुराक रखी गई है।
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि केंद्र सरकार ने बच्चों का टीकाकरण कब शुरू करने की योजना बनाई है लेकिन सूत्रों का कहना है कि बच्चों का टीकाकरण जनवरी में शुरू हो सकता है। मामले से अवगत एक सूत्र ने कहा, ‘कमजोर एवं बीमार बच्चों का टीकाकरण जनवरी में शुरू हो सकता है और मार्च तक उसे सभी बच्चों के लिए खुलने की संभावना है।’
इस बीच, जायडस अपने कोरियाई साझेदार के साथ भी काम कर रही है ताकि 2022 में दक्षिण कोरिया में जायकोव-डी को वाणिज्यिक तौर पर उतारा जा सके। जायडस इसके लिए एंजीकेम लाइफसाइंसेज को विनिर्माण लाइसेंस एवं प्लाज्मिड डीएनए टीका प्रौद्योगिकी हस्तांतरित करेगी। एंजीकेम 2022 में इस टीके की 8 करोड़ खुराक तैयार करेगी और अपने क्षेत्र में उसकी बिक्री भी करेगी।
इस मामले के एक करीबी सूत्र ने कहा कि वहां से उत्पादित कुछ खुराक भारत भी आ सकती है।
जायकोव-डी मानव उपयोग के लिए तैयार दुनिया का पहला डीएनए प्लाज्मिड टीका है जिसे कोविड-19 वायरस के खिलाफ स्वदेशी तौर पर विकसित किया गया है। साथ ही यह बिना सूई वाला पहला टीका भी है जिसे सूई मुक्त ऐप्लिकेटर द फार्मा जेट के जरिये लगाया जाएगा।
