खाद्य वितरण क्षेत्र की दिग्गज कंपनी जोमैटो का शेयर बीएसई (बंबई स्टॉक एक्सचेंज) पर 10 प्रतिशत की उछाल के बाद मंगलवार को 100 रुपये के स्तर तक पहुंच गया। इसकी तुलना में बेंचमार्क एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स 0.6 प्रतिशत चढ़कर बंद हुआ। सोमवार को 84 रुपये के अपने निचले स्तर, जो इसका 52 सप्ताह का निचला स्तर भी था, से इस शेयर ने आज 19.5 प्रतिशत के भारी सुधार का प्रदर्शन किया है।
कंपनी केशेयर को पिछले कुछ दिनों से बिकवाली के भारी दबाव का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि घबराहट में की जाने वाली बिकवाली ने वैश्विक शेयर बाजारों और विशेष रूप से तकनीकी कंपनियों को अपनी जकड़ में ले लिया है। पिछले पांच सत्रों में इसके शेयरों में 24 प्रतिशत की गिरावट आई है और 16 नवंबर, 2021 तक पहुंचे 52 सप्ताह के शीर्ष स्तर 169 रुपये से 40.5 प्रतिशत की जोरदार गिरावट आई है।
यह काफी हद तक वैश्विक तकनीकी नामों में गिरावट से प्रेरित लगता है, जहां अमेरिका का नैस्डैक इंडेक्स साल में अब तक 15.7 प्रतिशत, डोरडैश 24.9 प्रतिशत, डिलिवरी हीरो 30.3 प्रतिशत और डिलिवरू 24.1 प्रतिशत नीचे है। आंकड़े बताते हैं कि तुलनात्मक रूप से घरेलू बेंचमार्क सेंसेक्स पिछले पांच दिनों में छह प्रतिशत गिरा है।
अलबत्ता इस बात को देखते हुए कि जोमैटो के संबंध में कोई नकारात्मक खबर नहीं चल रही है, विश्लेषकों का मानना है कि यह शेयरों को निचले स्तर पर लेने का वक्त है।
कैपिटलवाया ग्लोबल रिसर्च में वरिष्ठ अनुसंधान विश्लेषक लिखिता चेपा ने कहा ‘जोमैटो की कीमतों में हालिया सुधार लंबी अवधि के निवेशकों के लिए इस शेयर को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करने का मौका है, क्योंकि इस सुधार के मामले में कोई कंपनी विशिष्ट कारण नहीं है। जोमैटो द्वारा अपने कारोबार का विस्तार करने की योजना से इसका दृष्टिकोण रचनात्मक लगता है।’
घरेलू ब्रोकरेज कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के अनुसार जोमैटो और स्विगी खाद्य वितरण के लगभग पूरे बाजार को नियंत्रित करती हैं।
प्रोसस, जो नैस्पर्स की अनुषंगी है और स्विगी में 36 प्रतिशत की शेयरधारक है, द्वारा किए गए खुलासे के अनुसार स्विगी के खाद्य वितरण का सकल व्यापार मूल्य (जीएमवी) कैलेंडर वर्ष 2021 की पहली छमाही के दौरान 98.4 करोड़ डॉलर रहा, जबकि जोमैटो के खाद्य वितरण का जीएमवी इस अवधि के दौरान 1.05 अरब डॉलर रहा। ब्रोकरेजों का कहना है कि यह इस बात का संकेत है कि इस अवधि में जोमैटो ने कुछ बाजार हिस्सेदारी बढ़ाई है।
