विश्व बैंक की वित्तीय कंपनी इंटरनैशनल फाइनैंशियल कॉर्पोरेशन (आईएफसी) जीएसपीसी गैस लिमिटेड में हिस्सेदारी पर नजर लगाए हुए है।
जीएसपीसी गैस सरकारी गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (जीएसपीसी) की सहायक कंपनी है। गुजरात में घरों और वाहनों को प्राकृतिक गैस वितरण कराने वाली कंपनी जीएसपीसी ने लगभग 700 करोड़ रुपये की प्रारंभिक निवेश की योजना बनाई है।
कंपनी इस योजना के तहत गैस के लिए पाइपलाइनें बिछाने और शहरों में गैस वितरण के लिए जरूरी बुनियादी ढांचे के निर्माण करेगी। आईएफसी को अपनी हिस्सेदारी बेचने से हासिल होने वाली रकम का कुछ हिस्सा कंपनी इसमें भी खर्च करेगी।
आईएफसी के प्रवक्ता का कहना है कि हम जीएसपीसी की शहरी गैस वितरण परियोजना को पैसा मुहैया कराएंगे, लेकिन अभी मामला शुरुआती दौर में हैं।
जीएसपीसी में अधिकारियों का कहना है कि आईएफसी गुजरात गैस हिस्सेदारी खरीदने के लिए कोशिशें कर रही है। एक सूत्र ने बताया, ‘आईएफसी का लक्ष्य जीएसपीसी गैस में 100 करोड़ से 200 करोड़ रुपये निवेश कर 4 से 5 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने का है।’
जीएसपीसी गैस में 62 प्रतिशत इक्विटी के साथ जीएसपीसी सबसे बड़ी शेयरधारक है। सहायक कंपनी गुजरात स्टेट पेट्रोनेट लिमिटेड की जीएसपीसी गैस में 36.5 प्रतिशत की हिस्सेदारी है और बची हुई 1.5 प्रतिशत हिस्सेदारी गुजरात में बिजली और उर्वरक क्षेत्र की सात सबसे बड़ी गैस का इस्तेमाल करने वाली कंपनियों के पास है।