देश के पहले व एकमात्र अक्षय ऊर्जा इनविट वायरस्केंट रीन्यूएबल एनर्जी ट्रस्ट ने पहले दौर की फंडिंग के तहत देसी व विदेशी निवेशकों से 460 करोड़ रुपये जुटाए हैं। वायरस्केंट रीन्यूएबल एनर्जी ट्रस्ट की शुरुआत वायरस्केंट इन्फ्रास्ट्रक्चर ने की थी, जिसे वैश्विक निवेश फर्म केकेआर का समर्थन हासिल है। वायरस्केंट की स्थापना 2020 में हुई थी, जिसके बाद इस साल फरवरी में वायरस्केंट रीन्यूएबल एनर्जी ट्रस्ट शुरू किया गया।
वायरस्केंट इन्फ्रास्ट्रक्चर के सीईओ संजय ग्रेवाल ने कहा, हमें अपने निवेशकों के वैश्विक निवेश प्रबंधन का लाभ मिलेगा क्योंकि हम लगातार उच्च गुणवत्ता वाली परिसंपत्तियों का अधिग्रहण जारी रखे हुए हैं ताकि शुरुआती बढ़त का लक्ष्य हासिल कर सकें। मध्यम व लंबी अवधि में क्रमश: 175 गीगावॉट और 450 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा का लक्ष्य हासिल करने में हम सरकार की सहायता करेंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने बजट भाषण में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की तरफ से इनविट के डेट फाइनैंसिंग को कर छूट दे दी थी। वायरस्केंट रीन्यूएबल एनर्जी ट्रस्ट के शुरुआती पोर्टफोलियो में नौ सौर परिचालित परियोजनाएं हैं और कुल क्षमता 395 मेगावॉट की है। ये महाराष्ट्र, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में हैं। कंपनी ने कहा है कि वह फोकल एनर्जी से 55 मेगावॉट का पोर्टफोलियो अधिग्रहीत करने के लिए बातचीत कर रही है।
