पिछली कुछ तिमाहियों के दौरान दमदार प्रदर्शन के बाद देश की तीसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी फर्म विप्रो की नजर अपने राजस्व वृद्धि परिदृश्य को बेहतर करने पर है। सितंबर तिमाही में कंपनी ने अपने डॉलर राजस्व में क्रमिक आधार पर 6.9 फीसदी की वृद्धि दर्ज की जबकि टियर-1 फर्मों का औसत आंकड़ा 4.4 फीसदी रहा।
पिछली कुछ तिमाहियों के दौरान वृद्धि को मुख्य तौर पर नए ग्राहकों, साझेदारी, अधिग्रहण और प्रमुख बाजारों एवं क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने से रफ्तार मिली। अप्रैल में कंपनी ने अपना अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण किया था। इसके तहत ब्रिटेन की वित्तीय सेवा फर्म कैपको का अधिग्रहण 1.45 अरब डॉलर में किया गया था।
कंपनी को बड़े सौदों से और 20 से 30 करोड़ डॉलर से अधिक के खातों में बाजार हिस्सेदारी में विस्तार से वृद्धि को रफ्तार मिलने की उम्मीद है। दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी के शीर्ष 10 ग्राहकों का योगदान सालाना आधार पर 33 फीसदी बढ़ गया जो कंपनी के औसत से बेहतर है।
विप्रो अपनी दक्षता और विशेष तौर पर डिजिटल श्रेणी में अपना पोर्टफोलियो बढ़ाने पर ध्यान दे रही है। ऐसे में बाजार को उम्मीद है कि कंपनी की वृद्धि रफ्तार फिलहाल बरकरार रहेगी। दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी के कुल राजस्व में क्लाउड संबंधी सेवाओं से प्राप्त राजस्व का योगदान 30 फीसदी रहा और पिछली चार तिमाहियों से इसमें औसतन 6 फीसदी की दर से वृद्धि हो रही है। कंपनी के कुल संभावित सौदों में क्लाउड से संबंधित सौदों का योगदान करीब एक तिहाई है।
हालांकि वृद्धि में मजबूती बरकरार रहने की उम्मीद है लेकिन मार्जिन परिदृश्य पर बाजार की नजर बनी रहेगी। वेतन में संशोधन किए जाने के बावजूद नए अधिग्रहण के एकीकरण और उच्च निवेश के कारण कंपनी अपने परिचालन मुनाफा मार्जिन में क्रमिक आधार पर गिरावट को थामने में सफल रही। दूसरी तिमाही में कंपनी का परिचालन मुनाफा मार्जिन 17.7 फीसदी रहा जिसे राजस्व वृद्धि और परिचालन कुशलता से बल मिला।
कंपनी ने मार्जिन के लिए 17 से 17.5 फीसदी का अनुमान जाहिर किया है लेकिन लागत में वृद्धि आदि की बाधाएं दिख सकती हैं। हालांकि प्रभुदास लीलाधर रिसर्च का मानना है कि कंपनी सब-कॉन्ट्रैक्टिंग लागत में नरमी और उच्च परिचालन लाभ से मार्जिन को बराकरार रख सकती है।
पिछले छह महीनों के दौरान इस शेयर ने 23 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है लेकिन पिछले तीन महीने से यह लगभग स्थिर है। यहां तक कि पिछले कुछ महीनों के दौरान इसका प्रदर्शन प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले कमजोर रहा है। बदलाव संबंधी प्रौद्योगिकी की मांग के मद्देनजर दमदार वृद्धि की उम्मीद और स्थिर मार्जिन को देखते हुए 2-3 साल के लिए निवेश करने वाले निवेशक गिरावट के समय इस पर गौर कर सकते हैं।
