मुसाफिरों की संख्या में कमी के साथ पिछले कुछ महीनों के दौरान भारतीय विमानन कंपनियों की उड़ानों की संख्या में भी कमी आई है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार उड़ानों की संख्या मार्च में हर सप्ताह 10,922 थी जो इस माह घटकर 9,635 रही गई। भारतीय विमानन क्षेत्र को 2007-08 में अनुमानत 4,000 करोड़ रुपये का संचयी घाटा हुआ है।