कोविड-19 वैश्विक महामारी की दूसरी लहर ने कारोबारी धारणा को प्रभावित किया है लेकिन आईटीसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक संजीव पुरी का कहना है कि टीकाकरण में तेजी आने के साथ ही उपभोक्ताओं में विश्वास बहाली होगी और अर्थव्यवस्था में लगातार सुधार दिखेगा। पुरी ने ईशिता आयान दत्त से बातचीत में कहा कि पिछले साल कंपनी को कुछ कारोबारी श्रेणियों में वैश्विक महामारी का झटका लगा था लेकिन दूसरी छमाही के दौरान उसमें सुधार हुआ। गैर-सिगरेट एफएमसीजी कारोबार में वित्त वर्ष 2021 के दौरान 16 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जो उद्योग के प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले लगभग दोगुनी है। पेश हैं मुख्य अंश:
कोविड वैश्विक महामारी की दूसरी लहर ने ग्रामीण मांग को प्रभावित किया है। क्या इससे सुधार की रफ्तार प्रभावित होगी?
दूसरी लहर ने ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में ग्राहक धारणा को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस बार ग्रामीण भारत में भी कोविड संक्रमण के मामलों में तेजी दर्ज की गई और इसलिए ग्रामीण बाजार की धारणा पर भी कुछ दबाव दिखा। इसलिए लोगों में कम खर्च करने की प्रवृत्ति दिख सकती है। हालांकि मॉनसून के अच्छे रहने के अनुमान हैं और इस तथ्य को देखते हुए कि अधिकतर विनिर्माण इकाइयां इस बार बंद नहीं हुईं, गैर-कृषि आय का नुकसान पिछले साल के मुकाबले कम हो सकता है। टीकाकरण की रफ्तार बढऩे के साथ ही संक्रमण के मामलों में भी कमी आएगी और लोगों की आवाजाही बढ़ेगी। इससे उपभोक्ताओं में विश्वास बहाली होगी और अर्थव्यवस्था में लगातार सुधार दिखेगा।
चौथी तिमाही के दौरान आपके गैर-सिगरेट एफएमसीजी राजस्व एवं मार्जिन में सालाना आधार पर वृद्धि लेकिन मासिक आधार पर गिरावट
दर्ज की गई। इसे लेकर निवेशकों की चिंताओं को आप किस प्रकार
दूर करेंगे?
हम स्पष्ट तौर पर निरंतर लाभप्रद वृद्धि के लिए निवेश कर रहे हैं। पोर्टफोलियो की रणनीतिक समीक्षा के बाद लाइफस्टाइल खुदरा कारोबार में संकुचन दर्ज किया गया। जबकि एफएमसीजी उत्पाद पोर्टफोलियो में मजबूती दर्ज की गई है। खाद्य कारोबार को विभिन्न क्लस्टर में पुनर्गठित किया गया है ताकि उस पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जा सके। इसके अलावा, उद्देश्यपूर्ण नवाचार, मल्टी-चैनल ग्रोथ इंजन, बाजार तक पहुंच बढ़ाने और डिजिटलीकरण से प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ेगी। एफएमसीजी मार्जिन पर इसका स्पष्ट झलक दिखती है जिसमें पिछले चार वर्षों के दौरान 640 आधार अंकों की वृद्धि दर्ज की गई है। हालांकि सालाना आधार पर प्रदर्शन की तुलना करना अधिक उपयुक्त होगा। चौथी तिमाही के दौरान शिक्षा और स्टेशनरी उत्पादों कारोबार (जो स्कूलों के बंद रहने के कारण प्रभावित हुआ), लाइफस्टाइल खुदरा कारोबार और सनराइज को अलग रखते हुए एफएमसीजी मार्जिन में सालाना आधार पर 115 आधार अंकों की वृद्धि हुई। वित्त वर्ष 2021 के दौरान आईटीसी के एफएमसीजी राजस्व में 16 फीसदी की वृद्धि हुई जो उद्योग के अन्य समूहों के औसत के मुकाबले लगभग दोगुना है।
आपने पिछले साल सनराइज का अधिग्रहण किया था। क्या आप अन्य अधिग्रहण की तैयारी कर रहे हैं?
विभिन्न श्रेणियों में हमारे एफएमसीजी पोर्टफोलियो का बड़ा हिस्सा खुद के कारोबार के जरिये तैयार किया गया है। मुझे नहीं पता कि किसी अन्य कंपनी ने इतने कम समय में इतना बड़ा पोर्टफोलियो तैयार किया हो। हम मूल्य वृद्धि करने वाले अधिग्रहण संबंधी अवसरों का तलाश जारी रखेंगे। हमने पिछले साल सनराइज का अधिग्रहण किया था और पिछले कुद वर्षों में सैवलॉन एवं निमाइल सहित कई अन्य ब्रांडों का अधिग्रहण जो अधिग्रहण के बाद कई गुना बढ़ गए हैं।
आईटीसी होटलों के लिए एक वैकल्पिक ढांचा तलाश रही है। क्या उसे अलग किया जाएगा और क्या वैश्विक महामारी के कारण उसमें देरी हो रही है?
वैश्विक महामारी को देखते हुए इस पर नए सिरे से विचार करना होगा और स्थिति सामान्य होने के बाद ही कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
होटल और आईसीएमएल (एकीकृत उपभोक्ता वस्तु विनिर्माण एवं लॉजिस्टिक्स) में आपका निवेश चक्र समाप्त हो रहा है। पूंजी आवंटन के लिए आप किन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेंगे?
हमने होटल कारोबार के लिए हल्की परिसंपत्ति की रणनीति अपनाई है। प्रबंधन अनुबंधों के लिए इसमें काफी प्रगति दिख रही है। हमने पहले चरण में कई आईसीएमएल में लगातार निवेश किया और किसी भी विस्तार को समय के साथ-साथ आगे बढ़ाया जाएगा। हालांकि प्रतिस्पर्धा को मजबूत करने और विकास को रफ्तार देने के लिए मांग, प्रौद्योगिकी उन्नयन और लागत में कटौती को ध्यान में रखते हुए सभी क्षेत्रों में निवेश जारी रहेगा।