व्हर्लपूल ऑफ इंडिया का शेयर वर्ष 2021 में टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला रहा, जो बीएसई कंज्यूमर ड्यूरेबल्स इंडेक्स में 47 फीसदी के इजाफे और सेंसेक्स में 22 फीसदी के इजाफ के मुकाबले 33 फीसदी गिरा।
बेंचमार्क और समकक्ष शेयरों के मुकाबले यह तेज गिरावट बाजार हिस्सेदारी में कमी, कमजोर बिक्री वृद्धि और बढ़ते प्रतिस्पर्धी दबाव की वजह से आई है। हालांकि आकर्षक मूल्यांकन, रेफ्रिजरेटर और वॉशिंग मशीन में अन्य कंपनियों की कम पैठ और मांग में सुधार को देखते हुए बाजार शुक्रवार को कारोबार में तीन तीन फीसदी से ज्यादा की बढ़त बनाने वाले इस शेयर को लेकर सकारात्मक है।
कमजोर मांग बाजार की प्रमुख चिंताओं में से एक रही है। बिजली की उपभोक्ता वस्तुओं की मांग भले ही सामान्य स्तर पर लौट आई हो, लेकिन टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं की रफ्तार धीमी ही रही है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के नीलेश भैया की अगुआई में विश्लेषकों का मानना है कि पिछले साल के अधिक आधार, मांग को प्रभावित करने वाली निरंतर मूल्य वृद्धि और कोविड की तीसरी लहर की चिंताओं के संबंध में स्टॉक रखने की धीमी रफ्तार की वजह से मात्रात्मक वृद्धि कम रही है। हालांकि शादी-विवाह की मांग बिक्री को स्थिर रखने में सक्षम रही है, लेकिन यह शहरी क्षेत्रों तक सीमित रही है, क्योंकि उपभोग के संबंध में ग्रामीण क्षेत्र अब भी पीछे चल रहे हैं।
दूसरी चिंता पिछले छह महीनों के दौरान बाजार हिस्सेदारी में गिरावट है। निर्मल बांग रिसर्च के मयंक भंडारी का कहना है कि पिछले 12 महीने में दाम वृद्धि की लगातार दो घोषणाओं के बाद कंपनी ने बाजार हिस्सेदारी गंवा दी है, क्योंकि इसके विपरीत बाजार की प्रमुख कंपनियों एलजी और सैमसंग ने कीमतों में वृद्धि नहीं की।
अलबत्ता शेयर का नुकसान थमने की उम्मीद की जा रही है, क्योंकि प्रतिस्पर्धा से कीमतें बढऩी भी शुरू हो गई हैं, जो कच्चे माल की स्थिर कीमतों के साथ-साथ प्रतिस्पर्धा के मुकाबले में कंपनी के लिए समानता का स्तर ला सकती हैं।
रसोई के उपकरणों का विनिर्माण करने वाली कंपनी एलिका के अधिग्रहण से भी कंपनी की क्रमिक वृद्धि को बढ़ावा मिल सकता है। व्हर्लपूल ने पिछले साल सितंबर में कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 87 फीसदी कर दी थी।
रियल एस्टेट क्षेत्र में मजबूत वृद्धि दिखने और किचन चिमनी खंड में 15 से 20 प्रतिशत का विस्तार होने से व्हर्लपूल को लाभ की उम्मीद है, इस बात को ध्यान में रखते हुए कि इस खंड में बाजार का पांचवां हिस्सा इसके पास ही है। इसके अलावा रेफ्रिजरेटर और वॉशिंग मशीन खंड में पैठ का क्रमश: 35 प्रतिशत और 15 प्रतिशत का स्तर भी दीर्घकालिक वृद्धि का अवसर प्रदान करता है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के विश्लेषक स्थिर प्रतिस्पर्धी लाभ और विकास के अवसरों के कारण कंपनी के कारोबारी प्रारूप के संबंध में सकारात्मक बने हुए हैं। उन्हें उम्मीद है कि गर्मियों के पिछले मौसम में कमजोर प्रदर्शन के बाद कंपनी फिर से सुधार की राह पर आ जाएगी। ब्रोकरेज के विश्लेषकों का अनुमान है कि वित्त वर्ष 21 से 24 में वार्षिक शुद्ध लाभ वृद्धि 28 प्रतिशत रहेगी।
