घरेलू उपकरण बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी व्हर्लपूल भी अपेन मौजूदा कार्यबल को कम करने पर विचार कर रही है।
कंपनी अपने कुल कर्मियों में से 5,000 या फिर 6.8 प्रतिशत लोगों को बर्खास्त करेगी और वैश्विक वित्तीय संकट और अमेरिका से शुरू हुई मंदी के कारण हो सकता है कि कंपनी के सालाना मुनाफे में भी कमी दर्ज की जाए, क्योंकि मंदी के कारण अप्लायंस की बिक्री में कमी आ चुकी है।
मेटैग और किचनएड अप्लायंस बनाने वाली कंपनी ने अपने एक वक्तव्य में कहा कि कच्चे माल की लागत बढ़ने की वजह से कंपनी की शुध्द आय तीसरी तिमाही में 6.9 प्रतिशत घटकर लगभग 16.3 करोड़ डॉलर रही। कंपनी की बिक्री पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही से मामूली सी 1.3 प्रतिशत बढ़ी।
कंपनी के मुख्य कार्यकारी जेफ फेटिग ने वक्तव्य में कहा कि वैश्विक वित्तीय संकट ने घरों की कीमत को घटा दिया, बेरोजगारी में इजाफा हुआ और ग्राहकों के विश्वास में कमी आई है, जिसकी वजह से अप्लायंस की बिक्री में वृध्दि नहीं हुई है। व्हर्लपूल के सबसे बड़े बाजार उत्तरी अमेरिका में बिक्री 7 प्रतिशत घटी है।
ओहयो के लॉन्गबो रीसर्च के साथ जुड़े हुए एक विशेषज्ञ डेविड मैकग्रेगर का कहना है, ‘ग्राहकों को उत्पाद बेचने वाली किसी भी कंपनी का भविष्य फिलहाल अंधेरे में लग रहा है। उनके लिए जल्द ही राहत के कोई संकेत दिखाई नहीं दे रहे।’
व्हर्लपूल अपने टेनेसी स्थित संयंत्र को बंद कर उत्पादन ओहियो संयंत्र से करेगी। इसका मतलब है कि 500 लोग बेरोजगार हो जाएंगे। कंपनी की योजना इसके अलावा उत्तरी अमेरिका में कार्यरत 500 अतिरिक्त कर्मियों और विदेशों में 1,900 कर्मियों को विशेषकर यूरोप में हटाने की है। कंपनी के दुनियाभर में 73,000 के करीब कर्मचारी हैं।
जनवरी से अब तक कंपनी ने अपने टेनेसी, मिसीसिपी में एक-एक और मैक्सिको में दो संयंत्रों को बंद कर लगभग 2,000 लोगों को बेदखल किया है। कंपनी का कहना है कि कुछ चीजों को अगर छोड़ दिया जाए तो पूरे वर्ष में कंपनी का मुनाफा प्रति शेयर 5.75 डॉलर से 6 डॉलर तक है, जो मुनाफे के लिए पहले लगाए गए अनुमानों 7 डॉलर से 7.50 डॉलर और 8.50 डॉलर से 9 डॉलर के मुकाबले कम है।
कंपनी ने आर्थिक संकट के मद्देनजर अपने शेयरों को पुन: खरीदने के कार्यक्रम को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया है। व्हर्लपूल का कहना है कि लागत में कटौती से उसे सालाना कम से कम 27.5 करोड़ डॉलर की बचत होगी।