अब से तीन साल बाद, वॉल्वो कार इंडिया द्वारा बेची जाने वाली हर 10 कारों में से आठ इलेक्ट्रिक होंगी। स्वीडिश लक्जरी कार निर्माता कंपनी की योजना लक्जरी कार सेगमेंट में मेगा इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ट्रेंड स्थापित करने की है। इससे बड़ी संख्या में कार सेगमेंट की तुलना में बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों (बीईवी) की बिक्री में काफी तेजी आने की उम्मीद है।
यह मूल कंपनी के इस दशक के अंत तक एक शुद्ध इलेक्ट्रिक फर्म बनने के लक्ष्यों में शामिल है। कंपनी के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि वॉल्वो वर्तमान में इस साल जुलाई में लॉन्च किए गए एक्ससी40 रिचार्ज को भारत में बेचती है और अगले कुछ वर्षों में हर साल एक ईवी कार पेश करने की योजना बना रही है। यह 2023 में सी40 रिचार्ज लॉन्च करेगी।
वॉल्वो ऑटो इंडिया के प्रबंध निदेशक ज्योति मल्होत्रा ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, हम हर साल एक ईवी पेश करेंगे और 2025 तक इलेक्ट्रिक कारों से होने वाली कुल बिक्री का 80 फीसदी हासिल करने की उम्मीद कर रहे हैं। भारत में वॉल्यूम के लिहाज से सबसे छोटी लग्जरी कार निर्माता कंपनी वॉल्वो, हर साल औसतन 1700 से 1800 कार बेचती है। इसकी वार्षिक बिक्री 2025 तक बढ़कर 5000 वाहन होने संभावना है।
बुधवार को कंपनी ने मॉडल वर्ष 2023 रेंज की पेट्रोल माइल्ड-हाइब्रिड कारें पेशकी। इन कारों में इसकी कॉम्पैक्ट लक्जरी एसयूवी, एक्ससी40 (रुपये 45,90,000 एक्स-शोरूम) और लक्जरी सिडैनएस90 (66,90,000 रुपये) एक्स-शोरूम मिड-साइज लक्जरी एसयूवी एक्ससी60 और मुख्य लक्जरी कार एसयूवी एक्ससी90 (94,90,000 रुपये, एक्स-शोरूम) थी । इसके साथ, कंपनी ने पेट्रोल माइल्ड-हाइब्रिड पर निर्भर होने के अपने लक्ष्य को पूरा कर लिया। कंपनी ने कहा कि वह वॉल्वो कारों की स्थायी तौर पर इलेक्ट्रिक होने की तरफ एक कदम और बढ़ी है।
वॉल्वो के सभी मॉडल पूरी तरह से टुकड़ों (सीकेडी किट) में आयात किए जाते हैं और बेंगलूरु के पास इसके कारखाने में इकट्ठे होते हैं। पूरी तरह से आयातित मॉडलों के विपरीत, जिन पर 100 फीसदी शुल्क लगता है, सीकेडी किट के आयात में केवल 30 फीसदी ही शुल्क लगता है। कंपनी एक्ससी40 रिचार्ज कार उतारकर मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू, ऑडी और जगुआर लैंड रोवर के ई-लक्जरी कार मॉडल को टक्कर दे रही है।
बाजार में एक्ससी40 रिचार्ज की कीमत 55.5 लाख रुपये है जबकि अन्य कंपनियां वर्तमान में ई-मॉडल आयात करती हैं और इसकी कीमत 1 करोड़ रुपये और उससे अधिक है।
भारत ने लक्जरी कार निर्माताओं को अपने वैश्विक पोर्टफोलियो से नवीनतम ई-मॉडल लाने के लिए प्रेरित किया है क्योंकि 5 फीसदी की जीएसटी दर के साथ, इलेक्ट्रिक कारें सबसे कम कर श्रेणी में आती हैं। इसके अलावा उन पर कोई पंजीकरण शुल्क और रोड टैक्स भी नहीं लगाया गया है।
यहां तक कि अन्य आगामी ईवी मॉडल जिन्हें वॉल्वो भारत में पेश करने की योजना बना रही है, उन्हें स्थानीय रूप से असेंबल किया जाएगा। मल्होत्रा ने कहा, कंपनी स्थानीय असेंबलिंग के सभी लाभों को खरीदारों तक पहुंचा रही है।
लग्जरी सेगमेंट में इलेक्ट्रिक की ओर लोगों का झुकाव बहुत तेजी से होगा और लग्जरी कार मालिक इसके लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जब हर कोई आयातित मॉडल के साथ पूरी तरह से परीक्षण कर रहा है, हमने सीकेडी संचालन स्थापित किया है ताकि हम लोगों के सामने प्रतिस्पर्धी मूल्य पर पेश कर सकें।