वोडाफोन ग्रुप दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल-फोन सेवाएं देने वाली कंपनी रिसर्च इन मोशन (रिम) लिमिटेड के साथ एक विशेष करार के तहत ब्लैकबेरी के हैंडसेट के नए टच-स्क्रीन वर्जन को पेश करेगी।
इंग्लैंड की कंपनी ने ई-मेल के जरिये दी गए वक्तव्य में कहा कि स्ट्रोम नाम वाले इस हैंडसेट में परंपरागत कीबोर्ड की जगह टच स्क्रीन है। इस मोबाइल फोन को यूरोप, भारत, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, न्यूबरी में बिक्री के लिए अगले महीने उतारा जाएगा।
अमेरिका में सिर्फ वेरीजॉन वायरलेस ही यह हैंडसेट उपलब्ध कराएगी, जो अमेरिका की दुसरी सबसे बड़ी मोबाइल-फोन कंपनी है। अमेरिकी कारोबार में वोडोफोन की 45 प्रतिशत हिस्सेदारी है। नया ब्लैकबेरी हैंडसेट एप्पल इंक के आईफोन और गूगल के जी1 जैसे स्मार्टफोनों से कड़ा मुकाबला करेगा।
गौरतलब है कि आईफोन ने दुनिया भर में तहलका मचा दिया है। खासकर इसके 16 जीबी मेमोरी वाले नए संस्करण के लिए तो यूरोप और एशिया के बाजारों में मारमारी तक की नौबत आ गई थी। भारत में एयरटेल और वोडाफोन ऐपल के साथ करार के जरिये इस फोन को बेच रही हैं और दोनों ही कंपनियों के लिए बिक्री के आंकड़े अब तक शानदार रहे हैं।
माना जा रहा है कि ब्लैकबेरी दुनिया भर में आई फोन की बिक्री में सेंध लगा सकता है। गार्टनर इंक के शोधार्थी स्टैमफोर्ड के अनुसार ई-मेल और वेब जैसी सुविधाएं मोबाइल फोन पर उपलब्ध कराने वाले स्मार्टफोनों का बाजार 2009 में दोगुना होकर 28.8 करोड़ फोन हो जाएगा।
ब्लैकबेरी स्टॉर्म को खासतौर पर वोडाफोन के लिए बनाया गया है। इस हैंडसेट में 480#360 पिक्सल रेजोल्यूशन डिस्प्ले, वेब ब्राउजिंग, संगीत और वीडियो डाउनलोड, सैटेलाइट नैविगेशन, मेसेज भेजने की सुविधा और सोशल नेटवर्किंग साइट्स जैसी सुविधाएं हैं।
गिरते दामों और आईफोन की लोकप्रियता रिसर्च इन मोशन सरीखे फोन निर्माताओं के मुनाफे में सेंध लगा रहे हैं। पिछले महीने कंपनी ने कहा था कि उसका सकल मार्जिन पिछली तिमाही में 50.7 प्रतिशत से घटकर नवंबर तक वित्तीय तिमाही में 47 प्रतिशत रह जाएगा।