वोडाफोन पीएलसी और आदित्य बिड़ला समूह के संयुक्त उद्यम वोडाफोन आइडिया ने बॉन्डधारकों को समय पर भुगतान कर दिया, जिससे लेनदारों ने राहत की सांस ली है। इस तरह से कंपनी ने वित्तीय डिफॉल्ट को टाल दिया।
बैंकर के मुताबिक, कंपनी ने 1,500 करोड़ रुपये मूलधन और 114 करोड़ रुपये ब्याज का भुगतान 7.57 फीसदी असुरक्षित विमोच्य गैर-परिवर्तनीय ऋणपत्रधारकों को ककर दिया। कंपनी अब डिपॉजिटरीज से बॉन्ड लेने की प्रक्रिया में है।
अब विदेशी मुद्रा वाले 1,055 करोड़ रुपये के बॉन्ड 31 दिसंबर को परिपक्व हो रहे हैं और इसके बाद भारतीय मुद्रा के बॉन्ड 4 जनवरी को परिपक्व होंगे। ब्लूमबर्ग के आंकड़ों से यह जानकारी मिली। कर्ज का भुगतान कंपनी के भविष्य पर बड़ा संकट खड़ा किए हुए था। बैंकरों ने कहा कि कंपनी समय पर लेनदारों को कर्ज का भुगतान कर रही है और यह निवेशकों के लिए बड़ी राहत की बात है। कंपनी को 13 दिसंबर से अगले साल मार्च तक बॉन्डधारकों को 7,000 करोड़ रुपये का भुगतान करना है और उसकी योजना अपने नकदी प्रवाह और बैंक फंड का इस्तेमाल बॉन्डधारकों के भुगतान में करने की है। सितंबर में वोडा आइडिया ने ऋणपत्रधारकों को एक फीसदी अतिरिक्त ब्याज दिया था।
