आदित्य बिड़ला ग्रुप और वोडाफोन ग्रुप की संयुक्त उद्यम कंपनी वोडाफोन आइडिया नए इक्विटी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए लगातार कोशिश कर रही है। केंद्र सरकार के बेलआउट पैकेज के बाद दूरसंचार कंपनी 5जी सहित नई प्रौद्योगिकी में निवेश करने की संभावनाएं तलाश रही है।
घाटे में चल रही इस दूरसंचार कंपनी को तत्काल नकदी संकट से उबरने के लिए सालाना 23,000 करोड़ रुपये बचत करने में मदद मिलेगी। कंपनी के एक करीबी सूत्र ने कहा, ‘यह प्रवर्तकों और कंपनी के लिए एक बड़ी राहत है क्योंकि अब इस पैकेज के बाद उन्हें दिवालिया प्रक्रिया से नहीं जूझना पड़ेगा जिसकी आशंका जताई जा रही थी।’
सूत्रों ने कहा कि कंपनी की चिंताओं को दूर करने के लिए प्रवर्तक सभी विकल्पों पर गौर करेंगे। आदित्य बिड़ला ग्रुप ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। सरकार के पैकेज के कारण कंपनी के मूल्यांकन में वृद्धि और शुल्क दरों में बढ़ोतरी को देखते हुए प्रवर्तकों ने उम्मीद जताई है कि अगले चाल के भीतर किसी नए निवेशक को आकर्षित किया जा सकेगा। फिलहाल कंपनी में आदित्य बिड़ला ग्रुप की 27 फीसदी और वोडाफोन की 44ा फीसदी हिस्सेदारी है। कंपनी का शेयर आज करीब 26 फीसदी बढ़त के साथ 11.25 रुपये पर बंद हुआ जिससे उसका कुल बाजार पूंजीकरण बढ़कर 32,327 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी डेट एवं इक्विटी के तौर पर 25,000 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश कर रही है। फिलहाल उसका एआरपीयू करीब 117 रुपये है।