नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी के तौर पर विक्रम लिमये का पांच साल का कार्यकाल शुक्रवार को समाप्त हो गया। एक्सचेंज ने अभी उनके उत्तराधिकारी की घोषणा नहीं की है। सूत्रों ने कहा कि बाजार नियामक सेबी ने अभी किसी नाम पर मुहर नहीं लगाई है। एनएसई ने एमडी व सीईओ के चयन की प्रक्रिया मार्च में शुरू की थी। लिमये एनएसई में एक और कार्यकाल पाने के पात्र थे, हालांकि उन्होंने इससे बाहर रहने का फैसला लिया।
पूर्व एमडी व सीईओ चित्रा रामकृष्णा की विवादास्पद विदाई के सात महीने बाद लिमये ने जुलाई 2017 में कार्यभार संभाला था और तब एक्सचेंज पर को-लोकेशन में गड़बड़ी और पूर्व परिचालन अधिकारी (समूह) आनंद सुब्रमण्यन की नियुक्ति में सही प्रक्रिया न अपनाने का आरोप लगा था। लिमये के कार्यभार संभालने से पहले समूह अध्यक्ष जे रविचंद्रन को अंतरिम प्रमुख नियुक्त किया गया था। रविचंद्रन पिछले साल रिटायर हो गए। सू त्र ने कहा, एक्सचेंज एक बार फिर अंतरिम सीईओ की नियुक्ति का ऐलान कर सकता है।
उधर, बीएसई ने भी एमडी व सीईओ की तलाश शुरू कर दी है। मौजूदा प्रमुख आशिष चौहान का पांच साल का दूसरा कार्यकाल नवंबर 2022 में खत्म हो रहा है। बताया जा रहा है कि एनएसई प्रमुख के तौर पर उनके नाम की गिनती हो रही है।
लिमये ऐसे समय में एनएसई से विदा हो रहे हैं जब एक्सचेंज की पूर्व प्रमुख रामकृष्णा पर कथित तौर पर अवैध फोन टैपिंग के आरोप के कारण एक्सचेंज नियामकीय कोप का सामना कर रहा है। साथ ही विभिन्न नियामकीय मसलों के कारण एक्सचेंज का बहुप्रतीक्षित आईपीओ ठंडे बस्ते में चला गया है।
