लाइव ऑनलाइन ट्यूशन क्षेत्र के प्रमुख स्टार्टअप वेदांतु ने सिंगापुर के इंपैक्ट निवेश फंड एबीसी वल्र्ड एशिया के नेतृत्व में ई-शृंखला दौर के वित्त पोषण के तहत निवेशकों से 10 करोड़ डॉलर जुटाए हैं। इस निवेश दौर में उसके मौजूदा निवेशकों- कोट््यू, टाइगर ग्लोबल, जीजीवी कैपिटल, वेस्टब्रिज आदि ने भी बढ़-चढ़कर भागीदारी की।
ताजा दौर के वित्त पोषण के बाद बेंगलूरु की एडुटेक फर्म का मूल्यांकन 1 अरब डॉलर हो गया जिससे वह यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हो गई। यह साल 2021 के दौरान यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल करने वाला 28वां स्टार्टअप है। यह भारत से ऐसा पांचवां एडुटेक स्टार्टअप है। इस वित्त पोषण से वेदांतु की स्थिति का भी पता चलता है कि वह भारत की सबसे बड़ी लाइव ऑनलाइन ट्यूशन कंपनी है।
जुटाई गई रकम का उपयोग मुख्य तौर पर उत्पाद इंजीनियरिंग कार्यों को मजबूती देने और खुद के कारोबार में वृद्धि अथवा विलय-अधिग्रहण के जरिये नई श्रेणियों में विस्तार में किया जाएगा। इससे कंपनी को बैजूस, अनअकेडमी, सिम्पलीलर्न, अपग्रेड और एमेजॉन अकेडमी जैसी एडुटेक कंपनियों से मिल रही प्रतिस्पर्धा से निपटने में भी मदद मिलेगी। इसके अलावा कंपनी को इससे देश के 180 अरब डॉलर के शिक्षा क्षेत्र में ऑनलाइन एवं नई वास्तविकताओं को भुनाने में भी मदद मिलेगी।
वेदांतु के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी वामसी कृष्ण ने कहा कि कंपनी 2024 तक अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के साथ पूंजी बाजार में दस्तक देने की भी योजना बना रही है।
कृष्णा ने कहा, ‘हम एक ऐसी कंपनी बनाना चाहते हैं जो हमारे जीवन तक बराकरार रहे और आगामी दशकों में नवाचार को लगातार आगे बढ़ाए।’ उन्होंने कहा, ‘हमारा दृष्टिकोण बिल्कुल सरल है: हर बच्चे में क्षमता को उजागर करें। हम हरसंभव अधिक से अधिक छात्रों तक पहुंचने के लिए नवाचार को जारी रखेंगे और दस गुना बेहतर अनुभव प्रदान करेंगे।’