भारतीय प्रसारण उद्योग जगत के लिए बुरा समय शुरू हो गया है।
रोनी स्क्रूवाला की मीडिया और मनोरंजन कंपनी यूटीवी सॉफ्टवेयर कम्युनिकेशंस लिमिटेड ने दिल्ली में अपने कार्यों को बंद कर दिया है। कंपनी ने खर्च को कम करने के चलते यह कदम उठाया है। मीडिया उद्योग जगत के सूत्रों का कहना है कि हो सकता है यूटीवी के दिल्ली कार्यालय से लगभग 50 से 60 कर्मियों को परिचालन कार्य बंद होने के चलते जाना भी पड़े।
यूटीवी सॉफ्टवेयर ने पिछले 60 दिनों में अपनी निवेश योजनाओं पर एक समीक्षा कराई है। कंपनी ने कहा है कि समीक्षा के बाद कंपनी ने अपने प्रसारण विभाग में खर्च को कम करने के लिए कदम भी उठाए हैं। कंपनी ने दिल्ली में अपने परिचालन कार्यों को बंद कर अपने चार टेलीजिवन चैनलों- बिंदास, बिंदास मूवीज, यूटीवी मूवीज और वर्ल्ड मूवीज के लिए अपने परिचालन कार्यों को एक ही जगह करने का फैसला लिया है।
कंपनी का कहना है कि इससे पहले कंपनी के दो चैनलों का काम दिल्ली से किया जाता था और दो चैनलों का काम मुंबई में। बिजनेस स्टैंडर्ड की ओर से रॉनी स्क्रूवाला को पूछे गए सवालों का जवाब नहीं मिल पाया, लेकिन कंपनी के एक कर्मचारी ने ई-मेल के जरिये यह बात मानी है कि ‘वर्ल्ड मूवीज और यूटीवी मूवीज को, जिन्हें दिल्लीनोएडा दफ्तर के जरिये चलाया जा रहा था पूरी तरह से मुंबई प्रसारण परिचालन कार्यों में मिला दिया जाएगा।
बेशक बिक्री देशभर में चलती रहेगी, लेकिन इस फैसले के परिणामस्वरूप हमारे नोएडा दफ्तर से इन दोनों के कार्यों को मुंबई भेज दिया जाएगा। तीन महीने के भीतर मुंबई से इनका परिचालन कार्य शुरू हो जाएगा।’ उन्होंने यह भी बताया कि दिल्लीनोएडा के कुछ कर्मियों को मुंबई में काम करने का मौका भी मिल सकता है, अगर वे वहां जाना चाहें तो।
दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि जो लोग वहां नहीं जाना चाहेंगे वे ऐसे वक्त में हमारे कारोबार को छोड़ देंगे और हम उनके लिए इस काम को जितना संभव हो सके आसान बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कंपनी के सीईओ ने एक ई-मेल में बताया है कि कंपनी अपने खर्चों जिनमें पूंजी व्यय, नए चैनलों के लॉन्च और कैरिज शुल्क के साथ अन्य परिचालन लागतें शामिल हैं, में जबरदस्त घाटे पर विचार किया है और साथ ही कंपनी अपने इन खर्चों को कम करने के लिए प्रयास भी कर रही है।
मेल में लिखा है, ‘वित्तीय मामलों में हमारी वास्तविक योजना अगले दो से तीन वर्ष में प्रसारण पर 660 करोड़ से 700 करोड़ रुपये निवेश करने की थी, लेकिन हमारी मौजूदा गतिविधियों के नतीजतन हमारे कुल निवेश में 200 करोड़ से 240 करोड़ रुपये तक की बचत होगी।’
कंपनी ने बताया कि वित्त वर्ष 2008-09 की तीसरी और चौथी तिमाही में प्रसारण कारोबार से नुकसान 15 करोड़ रुपये से अधिक नहीं होगा जबकि 2009-10 के लिए कंपनी ने तकरीबन 25 करोड़ रुपये नुकसान का अनुमान लगाया है।