यूनाइटेड स्पिरिट्स (यूएसएल) गुरुवार को स्टॉक एक्सचेंज पर सबसे अधिक बढ़त दर्ज करने वाले शेयरों की जमात में शामिल रही। शराब बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी के शेयर में 7.2 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई जबकि बेंचमार्क सूचकांक बीएसई सेंसेक्स में महज 1.6 फीसदी की बढ़त रही।
वास्तव में, सितंबर में यूएसएल के शेयर मूल्य में अब तक 16 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है जो व्यापक बाजार और एफएमसीजी क्षेत्र की अन्य प्रतिस्पर्धी कंपनियों के मुकाबले काफी अधिक है। यदि इसकी तुलना की जाए तो इस महीने सेंसेक्स में 4.1 बढ़त दर्ज की गई है जबकि बीएसई एफएमसीजी सूचकां में 4.6 फीसदी की तेजी आई।
साल 2021 की शुरुआत से ही कंपनी का प्रदर्शन दमदार बना हुआ है। यूएस के शेयर मूल्य में 43.6 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है जबकि इसके मुकाबले बीएसई सेंसेक्स में महज 25.4 फीसदी और बीएसई एमएमसीजी सूचकांक में 21 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
हालांकि मध्यावधि से दीर्घावधि के दौरान कंपनी का प्रदर्शन कमजोर रहा है। मार्च 2020 के अंत से अब तक कंपनी के शेयर में 71 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है जबकि इस दौरान बीएसई सेंसेक्स में 103 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। हलांकि तब भी कंपनी का प्रदर्शन बीएसई एफएमसीजी सूचकांक में महज 49 फीसदी की बढ़त के मुकाबले बेहतर है।
यदि आप लंबी अवधि के लिहाज से इस शेयर पर गौर करेंगे तो पाएंगे कि 2018 की शुरुआत के बाद इस शेयर में 26 फीसदी की वृद्धि हुई है जबकि बीएसई सेंसेक्स में 66.5 फीसदी और बीएसई एफएमसीजी सूचकांक में 42.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
विश्लेषकों का कहना है कि यूएसएल के शेयर में आई हालिया तेजी की मुख्य वजह कोविड-19 के कारण उसके राजस्व और आय में हुई भारी गिरावट के बाद वित्तीय प्रदर्शन में सुधार है। जून में समाप्त पिछले 12 महीनों के दौरान कंपनी की शुद्ध बिक्री में सालाना आधार पर 11.3 फीसदी की वृद्धि हुई जबकि शुद्ध लाभ में 216 फीसदी का इजाफा हुआ।
कंपनी को उसके परिचालन खर्च में नरमी और ब्याज खर्च में भारी गिरावट का फायदा मिला क्योंकि इससे उसके बहीखाते पर बोझ लगातार कम हुआ। कंपनी का सकल ऋण बोझ वित्त वर्ष 2021 में 2,750 करोड़ रुपये से 60 फीसदी घटकर मार्च 2021 के अंत में 1,037 करोड़ रुपये रह गया।
इससे कई ब्रोकरेज ने कंपनी को नए सिरे से रेटिंग दी है।
एमके ग्लोबल फाइनैंशियल सर्विसेज के असित देसाई ने यूएसएल द्वारा वित्त वर्ष 2021 के वित्तीय नतीजे जारी करने के बाद एक नोट में कहा, ‘कोविड-19 व्यवधान के बावजूद कार्यशील पूंजी में उल्लेखनीय कमी किए जाने से वित्त वर्ष 2021 में कंपनी को काफी अधिक यानी करीब 1,500 करोड़ रुपये का ऋण पुनर्भुगतान करने में मदद मिली। मौजूदा ऋण बोझ कम होने के साथ ही यूएसएल वित्त वर्ष 2022 में आसानी से शुद्ध नकदी की स्थिति में आ सकती है।’
विश्लेषकों ने आगामी तिमाहियों की मात्रात्मक वृद्धि का आकलन करते समय उपभोक्ता मांग में सुधार और कई राज्यों में यूएसएल द्वारा शराब की होम डिलिवरी की शुरुआत पर भी गौर किया है। एडलवाइस सिक्योरिटीज के अबनीश रॉय और तुषार सुंदरानी ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा है, ‘यूएसएल भारत के शराब उद्योग में एक दमदार दांव (सूचीबद्ध क्षेत्र में)बरकरार है। कंपनी को उसकी जबरदस्त बाजार हिस्सेदारी और डिएगो के प्रबंधन का फायदा मिल रहा है।’
