नार्वे की प्रमुख दूरसंचार कंपनी टेलीनोर जल्द ही भारतीय दूरसंचार बाजार में हाथ आजमाएगी। इसने दूरसंचार सेवा शुरू करने के लिए यूनिटेक वायरलेस के साथ साझेदारी की है।
दरअसल, रियल एस्टेट क्षेत्र की यूनिटेक ने अपनी दूरसंचार इकाई में यूनिटेक वायरलेस की 60 फीसदी हिस्सेदारी करीब 6,120 करोड़ रुपये में नार्वे स्थित टेलीनोर को बेचने की घोषणा की है। इस सौदे पर अब दूरसंचार नियामक की मुहर लगनी बाकी है।
टेलीनोर फिलहाल 12 देशों में मोबाइल फोन सेवाओं का परिचालन कर रही है और इन देशों में कंपनी के ग्राहकों की संख्या करीब 16 करोड़ है। यूनिटेक को इस साल की शुरुआत में 1,651 करोड़ रुपये में देशभर में मोबाइल फोन सेवाओं के लिए लाइसेंस दिया गया था।
कंपनी के पास 22 सर्किलों में सेवा शुरू करने के लिए लाइसेंस है। यूनिटेक ने वर्ष 2009 की पहली छमाही में दूरसंचार सेवाएं शुरू करने की योजना बनाई है। इसके लिए वह करीब 250 कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर चुकी है।
यूनिटेक के दूरसंचार उद्यम के अध्यक्ष संजय चंद्रा ने बताया कि यह एक ऐतिहासिक सौदा है। ऐसे समय में जब बड़ी संख्या में विदेशी मुद्रा देश से बाहर जा रही है, इस सौदे से देश में आवश्यक विदेशी मुद्रा आएगी। इस सौदे के जरिए यूनिटेक के दूरसंचार व्यवसाय का बाजार मूल्य करीब 11,620 करोड़ रुपये आंका गया है।
उन्होंने कहा कि कंपनी देशभर में अपने नेटवर्क को शुरू करने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू करेगी। विश्व के सातवें सबसे बड़े मोबाइल ऑपरेटर टेलीनोर का परिचालन यूरोपीय और एशियाई देशों में है। नए जीएसएम ऑपरेटरों के बीच यह दूसरा सौदा है। इससे पहले स्वान टेलीकॉम ने यूएई स्थित एतिसलात को 90 करोड़ डॉलर में अपनी 45 फीसदी हिस्सेदारी बेची थी।
नार्वे की टेलीनोर ने 6,120 करोड़ रुपये में खरीदी हिस्सेदारी
यूनिटेक के पास 22 सर्कि लों में दूरसंचार सेवा शुरू करने का है लाइसेंस
वर्ष 2009 की पहली छमाही में सेवा शुरू करने की है कंपनी की योजना