यूनिलीवर के उद्देश्यपूर्ण और सस्टेनेबल ब्रांड अन्य ब्रांडों की तुलना में दोगुना तेजी से बढ़ रहे हैं। यूनिलीवर के सीओओ नितिन परांजपे ने कहा कि ब्रांड सस्टेनेबिलिटी सेगमेंट में गहरी पैठ बना चुके हैं और इनकी प्रामाणिकता बढ़ी है।
परांजपे ने सीआईआई एचआर कॉन्कलेव में अपने मुख्य भाषण में कहा, ‘कांटार द्वारा कराए गए एक अध्ययन से पता चला है कि पिछले 12 साल की अवधि के दौरान उद्देश्य से संबंधित ब्रांड उन अन्य ब्रांडों की तुलना में 175 प्रतिशत ज्यादा तेजी से बढ़ रहे हैं जो उद्देश्य से जुड़े नहीं रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि विविधता के कई लाभ प्राप्त होते हैं जिनमें नवाचार और विकास मुख्य रूप से शामिल हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि विविधता सिर्फ समावेशी संस्कृति के साथ ही काम करती है। उन्होंने कहा, ‘यूनिलीवर के तौर पर हम कई चीजों के लिए प्रख्यात होना चाहेंगे, और इनमें तीन मुख्य हैं जिन पर हमने जोर दिया है और इनमें से एक है कि हम विविधता और समावेशन का स्तंभ बनना चाहेंगे, क्योंकि यह हमारे लिए व्यावसायिक वृद्घि का वाहक होगा।’ उन्होंने कहा कि यूनिलीवर की नेतृत्व टीम समावेशन प्रशिक्षण के दौर से गुजरी है और टीम को इस बारे में भी प्रशिक्षित किया गया है कि उपभोक्ता वस्तु संगठन के लिए कौन सी रणनीति कार्य करती है और क्या नहीं।
एंग्लो-डच कंपनी न सिर्फ संगठन में विविधता लाने के लिए प्रतिबद्घ है बल्कि वह बाहरी तौर पर भी बदलाव लाना चाहती है। परांजपे ने अपने भाषण में कहा कि कंपनी विभिन्न आपूर्तिकर्ताओं के साथ 2 अरब यूरो खर्च करेगी और 50 लाख रिटेल भागीदारों की आजीविका सुधारने में मदद करेगी। कंपनी वर्ष 2030 तक यूनिलीवर को वस्तु एवं सेवाएं मुहैया कराने वाले हर किसी को उचित पारिश्रमिक मुहैया कराने की प्रतिबद्घता जताई है।
