ट्विटर इंडिया के पूर्व सुरक्षा प्रमुख ने आरोप लगाया है कि भारत सरकार ने सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर पर एक सरकारी एजेंट को पेरोल पर रखने का दवाब बनाया। व्हिसलब्लोअर खुलासे के मुताबिक यह दावा ट्विटर के पूर्व सुरक्षा प्रमुख पीटर ‘मुज’ जटको ने किया है। उन्होंने अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग के सामने ट्विटर पर अन्य सुरक्षा चूक से जुड़े मुद्दे को भी उठाया।
ट्विटर के पूर्व सुरक्षा प्रमुख पीटर का दावा है कि, कुछ साल पहले, भारत सरकार के दबाव में, ट्विटर ने एक सरकारी एजेंट को काम पर रखा और उस व्यक्ति को यूजर डेटा तक पहुंच प्रदान की। द वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, पीटर की शिकायत में कहा गया है कि, उनका मानना है कि जब देश में काफी विरोध प्रदर्शन चल रहा था उस वक्त भारत सरकार ने ट्विटर को अपने एक एजेंट को पेरोल पर रखने के लिए मजबूर किया था।
बता दें कि, अप्रैल में शुरू हुई Twitter डील तो अब कोर्ट पहुंच चुकी है। एलन मस्क ने इस डील को कैंसल कर दिया था। ट्विटर और मस्क दोनों कोर्ट में एक दूसरे पर डील को लेकर आरोप लगा रहे हैं। इस डील के कैंसल होने की मुख्य वजह प्लेटफॉर्म पर मौजूद बॉट्स थे। एलन मस्क का आरोप है कि ट्विटर ने बॉट्स की सही संख्या नहीं बताई है।