देश के सबसे बड़े बी2बी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म उड़ान ने सह-संस्थापक वैभव गुप्ता को अपना मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया है। यह बेंगलूरु की कंपनी के अगले चरण की विकास योजना का हिस्सा है। कंपनी ने कहा है कि यह अगले 18 से 24 महीनों के दौरान सूचीबद्ध होने ओर अपने क्षेत्र की एक बड़ी वैश्विक सार्वजनिक कंपनी बनने की आवश्यकताओं के अनुरूप है।
कंपनी ने अन्य दो सह-संस्थापकों आमोद मालवीय और सुजीत कुमार को बोर्ड में जगह दी गई है। वे गुप्ता के साथ मिलकर काम करेंगे ताकि निरंतर सफलता और एक साझा दृष्टिकोण हासिल करने के लिए कंपनी के ढांचे को सीईओ आधारित ढांचे में तब्दील किया जा सके। ये बदलाव 10 सितंबर 2021 से प्रभावी माने जाएंगे। कंपनी ने सीईओ के नेतृत्व में बोर्ड द्वारा संचालित एक संगठन के तौर पर खुद को स्थापित करने की योजना बनाई है। इसके तहत उड़ान को भविष्य के लिए तैयार करने की परिकल्पना की गई है। इसका उद्देश्य भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में मौजूद वृद्धि के व्यापक अवसरों को भुनाना है।
इससे पहले कंपनी के पास कोई सीईओ नहीं था और उसका परिचालन मुख्य तौर पर तीन सह-संस्थापकों के नेतृत्व में होता था। उसके सह-संस्थापक फ्लिपकार्ट के पूर्व शीर्ष अधिकारी एवं उनके दोस्त हैं जिन्होंने पांच साल पहले बिजनेस टु बिजनेस ई-कॉमर्स स्टार्टअप उड़ान की स्थापना की थी।
यह खबर ऐसे समय में आई है जब उड़ान की नजर अगले कुछ वर्षों में 100 अरब डॉलर के अवसरों को भुनाने पर है। उसका उद्देश्य अगले कुछ वर्षों में कुल लेनदेन का 10 प्रतिशत (यानी 1 लाख करोड़ डॉलर) उड़ान प्लेटफॉर्म पर लाना है। वृद्धि में अधिकांश योगदान ग्रामीण भारत का होगा। हालांकि छोटे शहरों एवं ग्रामीण इलाकों में ऑनलाइन खुदरा बिक्री में तेजी आने से पता चलता है कि ग्रामीण एवं कस्बाई क्षेत्र न केवल उड़ान के लिए बल्कि एमेजॉन, फ्लिपकार्ट, रिलायंस जियोमार्ट और टाटा सहित तमाम ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए एक महत्त्वपूर्ण बाजार होने जा रहा है।