देश की सबसे बड़ी बिजनेस-टु-बिजनेस (बी2बी) ई-कॉमर्स कंपनी उड़ान एक ऐसे पारंपरिक क्षेत्र के अवसर तलाशने के लिए कम्युनिटी ग्रोसरी ई-कॉमर्स (सीजीई) पर ध्यान केंद्रित करेगी, जिसका बाजार आकार बढ़कर
वर्ष 2025 तक 850 अरब डॉलर हो जाने की संभावना है।
बेंगलूरु स्थित उड़ान ने सीजीई के लिए ‘प्राइस कंपनी’ शुरू की है। यह एक ऐसा ऐप है जो छोटे रिटेलरों, लोगों को ई-कॉमर्स के संदर्भ में कंपनी के संपर्कों का इस्तेमाल करता है।
दक्षिण कर्नाटक में टेस्टिंग के बाद प्राइस ने बेंगलूरु में परिचालन शुरू किया और कर्नाटक की राजधानी में ऑर्डरों में 100 प्रतिशत की सप्ताह-दर-सप्ताह वृद्घि दर्ज की। कंपनी ने दिसंबर तक दक्षिण भारत को कवर करने की योजना बनाई है और अगले साल 1,500 कस्बों तथा शहरों में 50 लाख रिटेलरों को शामिल किया जाएगा।
उड़ान की सामुदायिक किराना इकाई प्राइस कंपनी के बिजनेस हेड अंकित अग्रवाल ने कहा, ‘आज, कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी स्पेस में 80 प्रतिशत से ज्यादा ई-कॉमर्स लेनदेन प्रमुख 30 शहरों से होता है।’
उन्होंने कहा, ‘प्राइस कंपनी ने भारत के अगले 50 करोड़ ग्राहक (टियर-2 और टियर-3 शहरों और ग्रामीण भारत) को ध्यान में रखकर ‘भारत का ई-कॉमर्स’ तैयार करने के उड़ान के मिशन को बढ़ावा दिया है। इन ग्राहकों को अभी भी ई-कॉमर्स का लाभ नहीं मिल पा रहा है और कंपनी ने छोटे कस्बों तथा शहरों में लाखों रिटेलरों को सशक्त बनाने की योजना बनाई है।’
कंसल्टिंग फर्म रेडसीर के अनुसार भारत का किराना बाजार 8 प्रतिशत की सालाना चक्रवृद्घि दर से बढ़ रहा है और वर्ष 2025 तक इसका आकार 850 अरब डॉलर का हो जाने की संभावना है।
उड़ान फिलहाल एमेजॉन इंडिया, फ्लिपकार्ट, रिलायंस के जियोमार्ट और टाटा गु्रप के साथ प्रतिस्पर्धा करती है और किराना बाजार में उसकी बड़ी भागीदारी है। यह बाजार तेजी से संगठित चैनलों की दिशा में संगठित हो रहा है, क्योंकि छोटे शहरों और कस्बों में ई-ग्रोसरी की स्वीकार्यता बढ़ रही है। रेडसीर की रिपोर्ट के अनुसार कोविड-19 महामारी संगठित ग्रोसरी चैनलों और ई-ग्रोसरी के तेज विकास की उत्प्ररेक बन गई है।
उड़ान का कहना है कि इन रिटेलरों को बड़े आकार, नेटवर्क, पारदर्शिता, बेहतर मार्जिन और व्यापार ऋण सुविधाओं का लाभ मिलेगा। कंपनी 30 लाख रिटेलरों और 200 से गोदामों के मजबूत नेटवर्क से जुड़ी हुई है। उसका आपूर्ति शृंखला नेटवर्क रोजाना 8,000 टन उत्पादों का प्रबंधन करता है। कंपनी 1,000 कस्बाई इलाकों और शहरों में उत्पादों की डिलिवरी करती है।
