ट्विटर अपने उपयोगकर्ताओं (ट्विटर) के लिए ‘सेफ्टी मोड’ नाम से एक नया सुरक्षा विकल्प आजमा रही है। इस विकल्प का इस्तेमाल कर उपयोगकर्ता अपमानजक संदेश या प्रतिक्रिया भेजने वाले लोगों के अकाउंट सात दिन के लिए अस्थायी तौर पर ब्लॉक कर सकते हैं। उपयोगकर्ता बेजा एवं अनावश्यक बहस से बचने के लिए यह विकल्प आजमा सकते हैं। ‘सेफ्टी मोड’ का इस्तेमाल कर उपयोगकर्ता आपत्तिजनक संदेश भेजने वाले अकाउंट सात दिन के लिए ब्लॉक कर सकते हैं। इस बारे में ट्विटर में वरिष्ठï उत्पाद प्रबंधक जैरॉड डॉर्टी ने बुधवार को कहा, ‘हम ‘सेफ्टी मोड’ नाम से एक नए विकल्प की शुरुआत कर रहे हैं। शुरू में आईओएस, ऐंड्रॉयड और ट्विटर डॉट कॉम पर कुछ उपयोगकर्ताओं को यह विकल्प दिया जाएगा। पहले वे लोग इसका इस्तेमाल कर पाएंगे जिन्होंने अपने अकाउंट में सेटिंग्स में अंग्रेजी भाषा सक्रिय कर रखी है।’
उन्होंने कहा कि जब ‘सेफ्टी मोड’ सुविधा सक्रिय की जाती है तो हमारा तंत्र ट्वीट लिखने वाले और इस पर जवाब देने वाले पक्षों के बीच होने वाले संवाद की सामग्री और उनके बीच संबंधों पर विचार करते हुए संभावित प्रतिक्रियाओं का अंदाजा लगा लेता है। डॉर्टी ने कहा, ‘हमारी तकनीक मौजूदा संबंधों का ध्यान रखती है, इसलिए जिन लोगों को आप फॉलो करते हैं या उनके साथ अक्सर ट्विटर पर आप संवाद करते हैं उनके अकाउंट स्वत: बंद नहीं होंगे।’
इसका मतलब यह हुआ कि ट्विटर की तकनीक जिन ट्वीट को हानिकारक एवं घृणा फैलाने वाला मानेगी वे स्वत: ही ब्लॉक हो जाएंगे। ऐसे लोग अस्थायी तौर पर किसी व्यक्ति को फॉलो नहीं कर पाएंगे और उनके ट्वीट नहीं देख पाएंगे एवं डाइरेक्ट मेसेज भी नहीं भेज पाएंगे।
यह विकल्प तैयार करने के लिए ट्विटर ने अपने ऑनलाइन सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य और ट्रस्ट एवं सेफ्टी काउंसिल के सदस्यों सहित मानव अधिकार विशेषज्ञों से परामर्श किया है। डॉर्टी ने कहा, ‘इन विशेषज्ञों के सुझावों से सेफ्टी मोड आसान बनाने और इस तकनीक के साथ संभावित छेड़-छाड़ रोकने के उपाय तैयार करने में मदद मिली है। इन विशेषज्ञों ने उन ट्विटर उपयोकर्ताओं के चयन करने में अहम भूमिका निभाई है जिनके अकाउंट में यह तकनीक फिलहाल आजमाई जाएगी।’