अंतरराष्ट्रीय बाजार में र्छाई मंदी और मौजूदा मुद्रा संकट से मांग में आई कमी की वजह से रियल एस्टेट क्षेत्र की दिग्गज कंपनी डीएलएफ भी नहीं बच पाई है।
मंदी से बचने के लिए कंपनी को अपने कुछ कर्मचारियों की छंटनी करने जैसा कड़ा निर्णय लेना पड़ रहा है। इसके अलावा कंपनी ने अपनी होटल और हाउसिंग की कई परियोजनाओं पर चल रहे काम को स्थगित कर दिया है।
वित्त मंत्री की कंपनियों से कीमत कम करने की मांग पर कहा कि अगर बैंक सात फीसदी की दर पर होम लोन उपलब्ध कराएं तो यह एक अच्छा विकल्प रहेगा। भारतीय आर्थिक मंच की बैठक के दौरान डीएलएफ के अध्यक्ष के.पी. सिंह ने संवाददाताओं को बताया, ‘हमने कुछ जगहों पर कर्मचारियों की छंटनी की है।’
कंपनी ने कितने कर्मचारियों की छंटनी की है इस बारे में उन्होंने कोई भी जानकारी देने से साफ इनकार कर दिया। महंगी ब्याज दरों के कारण मांग में आई गिरावट की वजह से कंपनी ने अपनी कुछ परियोजनाओं को भी टाल दिया है।
के पी सिंह ने कहा, ‘सुस्त मांग और तरलता की कमी की वजह से होटल, रिहायशी और कुछ वाणिज्यिक परियोजनाओं पर चल रहा काम रोक दिया है। जो परियोजनाएं अभी शुरू नहीं हुई थी फिलहाल उन्हें टाल दिया गया है।’
उन्होंने बताया, ‘हाउसिंग क्षेत्र में कोई भी खरीदार नहीं है। ‘ उन्होंने कहा कि मांग घटने की कई डेवलपरों ने अपनी परियोजनाओं को बंद कर दिया है।