फिल्म तकनीशियनों और प्रोडक्शन कर्मचारियों ने इस महीने की पहली तारीख से हड़ताल करके बॉलीवुड को अच्छा खासा नुकसान करा दिया। अनिश्चितकालीन हड़ताल की वजह से फिल्म उद्योग को तकरीबन 100 करोड़ रुपये का नुकसान होने की आशंका है। सूत्रों के मुताबिक इस हड़ताल से टेलीविजन और फिल्म उद्योग ठप पड़े हैं।
एक दिग्गज फिल्म निर्माण कंपनी के एक अधिकारी के अनुसार मुंबई में इस हड़ताल के कारण लगभग 50 फिल्मों की शूटिंग रुकी हुई है। टीवी पर आने वाले दैनिक कार्यक्रमों और रियालिटी कार्यक्रमों की शूटिंग भी रुकी पड़ी है। इसमें स्टार प्लस, जी टीवी, सोनी, कलर्स और सहारा जैसे चैनलों पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम भी शामिल हैं।
मुंबई में कर्मचारी संगठन के सदस्य और वरिष्ठ निर्माता ने बताया, ‘मैं आपको सिर्फ टीवी उद्योग के बारे में जानकारी दे सकता हूं। मेरा मानना है कि इस शुक्रवार को यह हड़ताल समाप्त हो सकती है।’
टेलीविजन उद्योग के सूत्रों के मुताबिक फिल्मों की शूटिंग में इस्तेमाल होने वाले उपकरण सबसे ज्यादा फिल्म निर्माताओं द्वारा किराए पर लिए जाते हैं। इन उपकरणों का किराया शूटिंग के 45 दिनों के भीतर ही दे दिया जाता है।
किराए पर उपकरण मुहैया कराने वाली एक कंपनी के अधिकारी ने बताया, ‘टेलीविजन के लिए कार्यक्रमों का निर्माण करने वाले लगभग 90 प्रोडक्शन हाउस किराया नहीं देने के कारण डिफॉल्टरों की सूची में शामिल है।’ सूत्रों ने बताया कि इन प्रोडक्शन कंपनियों को 40-45 करोड़ रुपये किराए के तौर पर चुकाने हैं।
पश्चिम भारत के सिने क र्मचारी संघ (एफडब्ल्यूआईसीई) के एक अधिकारी ने बताया, ‘हड़ताल करने का हमारा मकसद यह सुनिश्चित करना है कि प्रोडक्शन कंपनियां समय से हमारा किराया चुकाए।’ उद्योग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कुल घाटे का लगभग 50 फीसदी हिस्सा टेलीविजन उद्योग के लिए कार्यक्रम बनाने वाली प्रोडक्शन कंपनियों का है।
मुंबई की एक दिग्गज प्रोडक्शन कंपनी के एक अधिकारी ने बताया, ‘कई बड़े चैनल और प्रोडक्शन हाउस अपने कार्यक्रमों की शूटिंग किराए पर लिए गए उपकरणों से करते हैं। इनमें से कई कंपनियों और चैनलों ने पिछले एक साल से किराया नहीं चुकाया है।’