क्लाउड कंपयूटिंग एवं प्रौद्योगिकी पर आधारित कारोबार कोरोनावायरस वैश्विक महामारी के प्रभाव से दमदार तरीके से उबर रहे हैं। एआईएसपीएल (एमेजॉन इंटरनेट सर्विसेज) में एमेजॉन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) के अध्यक्ष (वाणिज्यिक कारोबार- भारत एवं दक्षिण एशिया) पुनीत चंडोक ने पीरजादा अबरार से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी की क्लाउड कंप्यूटिंग इकाई देश में छोटे कारोबारियों एवं उद्यमियों के बीच डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। पेश हैं मुख्य अंश:
ई-कॉमर्स सहित पूरे उद्योग पर वैश्विक महामारी का क्या प्रभाव दिख रहा है?
चाहे किसी भी क्षेत्र अथवा किसी भी आकार का कारोबार हो, चाहे आप एंटरप्राइज हों अथवा एसएमबी (लघु एवं मझोले कारोबार), स्टार्टअप अथवा डिजिटल कारोबार, सभी के लिए स्पष्ट है कि वैश्विक महामारी एक नई दुनिया के लिए ड्रेस रिहर्सल की तरह थी। इस दुनिया में काफी उतार-चढ़ाव है। जहां तक आपके कारोबार अथवा प्रौद्योगिकी का सवाल है तो उसे बढ़ाने अथवा घटाने के लिए चुस्त रहने की आवश्यकता है। यहीं क्लाउड की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। क्लाउड और प्रौद्योगिकी पर आधारित कारोबार इस संकट से कहीं दमदार तरीके से उबर रहे हैं। प्रौद्योगिकी और क्लाउड अब कोई विकल्प नहीं रह गए हैं। वे कारोबार के लिए काफी महत्त्वपूर्ण एवं अहम हो गए हैं। हमने ग्राहकों की इस लहर को देखा है जो अपने मुख्य कार्यभार को स्थानांतरित कर रहे हैं अथवा अपने ऐप्लिकेशन का जोखिम मुक्त तरीके से आधुनिकीकरण करने के बारे में सोच रहे हैं। इससे उन्हें क्लाउड के इतर लाभ मिलेंगे।
जहां तक प्रौद्योगिकी का सवाल है तो आज हमें भारत में डिजिटलीकरण की आंधी दिख रही है। हम डिजिटल कारोबारियों, एसएमबी और स्टार्टअप को प्रौद्योगिकी की लाभ उठाने में मदद करने के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने में छोटे कारोबारियों की मदद के लिए एडब्ल्यूएस क्या कर रही है?
भारत में एसएमबी के लिए हम चार प्रमुख स्तंभों पर केंद्रित हैं- नवाचार, कौशल, व्यापक तौर पर डिजिटलीकरण और निर्यात। इसके अलावा देश के एसएमबी परिवेश में स्टार्टअप को समर्थ बनाना। एमेजॉन ने घोषणा की थी कि वह भारत में 2025 तक 1 करोड़ एसएमई के डिजिटलीकरण के लिए जेफ बेजोस की प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए सही राह पर अग्रसर है। यह घोषणा 2020 में की गई थी और हम उसके लिए अपनी राह पर अग्रसर हैं। भारत में अब तक हमने 40 लाख एसएमई का डिजिटलीकरण कर चुके हैं और अभी काफी कुछ करना बाकी है। हमें गर्व है कि हम अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए सही राह पर आगे बढ़ रहे हैं। हम अपनी सभी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं। हमने एसएमबी विद्यालय को लॉन्च किया है और हम एमेजॉन डिजिटल सूट का विस्तार कर रहे हैं। हमारे कई आईएसवी यानी स्वतंत्र सॉफ्टवेयर वेंडर साझेदार हैं जो इस प्रकार के समाधान तैयार करने में हमारी मदद कर रहे हैं। इनमें रेजरपे, फ्रेशवक्र्स, जोहो, व्यापार, क्लियर टैक्स और टैली शामिल हैं।
भारत में आपको क्या अवसर दिख रहे हैं?
प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए भारत आज दुनिया के सबसे रोमांचक बाजारों में शामिल है। यहां 7.5 करोड़ से अधिक एसएमबी, बड़ी तादाद में एंटरप्राइज और डिजिटल कारोबारी हैं। यहां दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप परिवेश है। हम वास्तव में भारत के लिए और भारत के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत में हमारा मिशन कारोबारियों को एक बेहतर भारत बनाने के लिए सशक्त बनाना है। हम देश को आगे बढ़ाने की ताकत बनने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हम वास्तव में अगले दो से तीन दशकों के लिए भारत में निवेश कर रहे हैं। एमेजॉन ने भारत में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष तौर पर 11.6 लाख से अधिक रोजगार सृजित किए हैं। इससे कुल मिलाकर 5 अरब डॉलर का निर्यात संभव हुआ है।