क्रिसमस और नए साल की खुशी पर आतंकी हमलों का सदमा मुंबई में रिटेलरों पर भारी पड़ रहा है।
देश की आर्थिक राजधानी में कड़े सुरक्षा उपायों और एक बड़ी संख्या में ग्राहकों के मॉल, बड़े स्टोरों या शहर के भीड़-भाड़ वाले बाजारों की यात्रा को टालने के कारण क्रिसमस और नए साल की बिक्री में कम से कम 20 प्रतिशत तक की कमी होने की आशंका है।
बिक्री के लिहाज से यह अनुमान तब लगाए जा रहे हैं, जब पहले ही दशहरा-दिवाली के त्योहारी मौसम पर आर्थिक मंदी का असर देखा जा चुका है। मंदी के चलते ग्राहकों ने दशहरा-दिवाली के मौके पर खरीदारी में कटौती की थी।
मुंबई पर हुए आतंकी हमले की दहशत का असर अब भी देखा जा सकता है, जिस कारण से मुंबई के रिटेल स्टोरों में रोज आने वाले ग्राहकों की संख्या कुछ 20 प्रतिशत कम हो गई है। इस कारण से रिटेलरों की बिक्री पर काफी असर पड़ा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि आतंकी हमले का असर लगभग 30 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी मॉल और स्टोरों पर भी दिखाई दे रहा है।
मुंबई के गोरेगांव में ऑबरॉय मॉल की निर्माता कंपनी ओबेरॉय कंस्ट्रक्शंस के प्रबंध निदेशक विकास ऑबरॉय का कहना है, ‘ हमारे मॉल में आने वाले ग्राहकों की संख्या हमलों से पहले रोजाना 36,000 थी, जो अब कम हो कर 30,000 रह गई है।
हमने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं, लेकिन लोगों को इस सदमे से उबरने में समय लगेगा और इस साल त्योहारी मौसम ऐसा नहीं रहेगा, जैसा पिछले साल था।’
मॉर्गन स्टैनली की एक रिपोर्ट के अनुसार आंतकी हमले के एक सप्ताह में शॉपर्स स्टॉप में सप्ताहांत में आने वालों की संख्या 12 प्रतिशत घट गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में स्टोर में आने वाले ग्राहकों की संख्या 5 प्रतिशत बढ़ गई।
शॉपर्स स्टॉप के मुख्य कार्याधिकारी गोविंद श्रीखंडे का कहना है, ‘लोग अपने घरों से निकल ही नहीं रहे हैं और हमारी बिक्री पर इसका असर पड़ना स्वभाविक है।’ 26 नवंबर को मुंबई में हुए आतंकी हमलों में लगभग 200 लोगों की मृत्यु हो गई थी और लगभग 300 घायल हुए थे।
अगले दो दिनों तक ज्यादातर मॉल और दुकानें बंद रही थीं और उन्हें तब खोला जब होटल ताज महल में सभी आतंकियों को मार गिराया गया था।
मॉर्गन स्टैनली की रिपोर्ट में बताया गया है कि दूसरी तरफ देश के दूसरे सभी मॉल में सप्ताहांत में बिक्री 15.1 प्रतिशत बढ़ गई थी और लाइफस्टाइल रिटेलिंग 10.8 प्रतिशत बढ़ी थी।
रिटेल सलाहदाता फर्म टेक्नोपैक के चेयरमैन अरविंद सिंघल के मुताबिक त्योहारी मौसम में खरीद के दौरान ग्राहकों का रवैया अहम भूमिका निभाएगा।
उनका कहना है, ‘अगर जरूरत न हो तो लोग सिर्फ त्योहार मनाने के लिए खरीदारी करते हैं। लेकिन त्योहारी मौसम में बिक्री 20 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है, क्योंकि लोगों में दहशत के कारण बिना जरूरत के खरीदारी नहीं होगी।’
मुंबई के हाइपर सिटी रिटेल के मुख्य कार्याधिकारी एन्ड्रयू लीवरमोर का कहना है, ‘हमने अपने स्टोरों में सुरक्षा को दोगुना कर दिया है, लेकिन लोग स्टोरों में आ नहीं रहे और हमें ऐसा लगता है कि इस महीने के बाकी दिन भी बिक्री में विकास कम रहेगा।’