महंगाई दर की उछाल और बैंकों की बेरुखी की वजह से रियल एस्टेट का भट्ठा तो बैठ ही रहा है, सीमेंट उद्योग का और भी बुरा हाल हो रहा है।
रियल एस्टेट परियोजनाओं के ठप होने का असर पिछली तिमाही में सीमेंट कंपनियों के बहीखाते पर भी दिखा। एकाध कंपनी को छोड़ दें, तो कमोबश सभी सीमेंट कंपनियों को इस तिमाही के दौरान मुनाफे में कमी झेलनी पड़ी।
श्री दिग्वजय को घाटा
श्री दिग्विजय सीमेंट कंपनी (एसडीसीसी) को इस तिमाही में 3.35 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है। जबकि पिछले वित्त वर्ष इसी समयावधि में कंपनी का घाटा 1.5 करोड़ रुपये ही था। इस दौरान कंपनी की कुल बिक्री में 73.3 फीसदी बढ़कर 71.93 करोड़ रुपये हो गई है। पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 41.5 करोड़ रुपये ही था।
मंगलम का लाभ घटा
बी के बिड़ला समूह की कंपनी मंगलम सीमेंट को 30 सितंबर को समाप्त हुई दूसरी तिमाही के मुनाफे में गिरावट आई है। इस दौरान कंपनी को 27.8 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी समयावधि के मुकाबले 19.78 फीसदी कम है। इस दौरान बिक्री से होने वाली कंपनी की कमाई 4.19 फीसदी बढ़कर 139.07 करोड़ रुपये हो गई है। पिछले साल इसी अवधि के दौरान कंपनी को कम कमाई हुई थी और आंकड़ा 133.48 करोड़ रुपये था।
जे के लक्ष्मी का लाभ कम
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जे के लक्ष्मी सीमेंट का शुद्ध मुनाफा 63 फीसदी घटकर 26.88 करोड़ रुपये हो गया है। जबकि पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 73.5 करोड़ रुपये था। इस दौरान कंपनी बिक्री से होने वाली कंपनी की कमाई 11 फीसदी बढ़कर 342.61 करोड़ रुपये हो गई है। जबकि पिछले साल यह 309.82 करोड़ रुपये थी।
श्री सीमेंट को लाभ
अलबत्ता 30 सितंबर को समाप्त हुई दूसरी तिमाही में श्री सीमेंट के शुद्ध मुनाफे में 1.2 फीसदी की मामूली बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान कंपनी का मुनाफा 107.49 फीसद हो गया। जबकि पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 106.23 करोड़ रुपये था।
इस तिमाही में बिक्री से होने वाली कंपनी की कमाई भी 31.62 फीसद बढ़कर 629.18 करोड़ रुपये हो गई है। पिछले साल इसी अवधि में कंपनी को 478.02 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी।