सत्यम के कर्मचारियों के मन में उठ रहे ढेरों सवालों के जवाब देने के लिए सत्यम का अधिग्रहण करने वाली टेक महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने खुद उनसे बातचीत की।
वेब और टीवी प्रसारण पर हुई इस बातचीत में 22000 कर्मचारियों ने उनसे अपने दिल का हाल कहा। महिंद्रा के साथ कंपनी के उपाध्यक्ष विनीत नैयर ने भी इन सवालों के जवाब दिए। पेश है, बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा भी सुनी गई इस खास बातचीत के चुनिंदा अंश:
सत्यमकर्मी: अभी बड़ा सवाल कार्यप्रणाली से जुड़ा है तो क्या इसके लिए आप कोई मुख्य कार्याधिकारी नियुक्त करेंगे?
नैयर: अभी इसपर बात करना थोड़ी जल्दबाजी होगी, फिर भी हम बेहतर रास्ता निकालेंगे।
सत्यमकर्मी: सत्यम का ब्रांड खतरे में है। इसे बचाने के लिए आपकी रणनीति क्या है?
महिंद्रा: इसके लिए हम जल्द ही कदम उठाएंगे।
सत्यमकर्मी: हमारे सामने प्रमुख चुनौतियां क्या हैं?
महिंद्रा: कंपनी व्यवसाय में मजबूत इरादों के साथ ऊंचाइयो को छुआ जा सकता है और कारोबार में सबसे ऊपर रहने के लिये क्षमता भी होनी चाहिये। मैं सत्यम को चौथी सबसे बड़ी आईटी कंपनी के रूप में बरकरार रखने के लिए नहीं आया हूं। मैं इस उद्योग में नई इबारतें लिखने के लिए आया हूं।
सत्यमकर्मी: नैसकॉम में आपने एक बार कहा था कि आईटी का पहला संस्करण खत्म हो गया है तो आप सत्यम और टेक महिंद्रा के साथ मिलकर दूसरा संस्करण शुरू करना चाहते हैं?
महिंद्रा: मैं यह तो नहीं कह सकता कि मैं इसका जवाब देने लायक हूं लेकिन मुझे इसका यकीन है कि हां, मैं ऐसा कर सकता हूं।
सत्यमकर्मी: टेक महिंद्रा और सत्यम के साथ-साथ होने के नफा-नुकसान क्या हैं?
नैयर: दोनों के अंदर काफी सकरात्मक पक्ष हैं। दोनों की कार्यक्षमता ही उनकी शक्ति है। दोनों अपनी खूबियों को एक करके बाजार में वर्चस्व कायम कर सकते हैं।
सत्यमकर्मी: हमें अपने ग्राहकों को कौन सा महत्वपूर्ण सन्देश देना चाहिए?
नैयर: यही कि आशंका की धुंध अब छंट चुकी है और अब हम मिलकर काम कर रहे हैं। हम बेहतर सेवाएं देते थे और आगे भी देते रहेंगे।
महिंद्रा: मेरे पास भविष्य की कुंजी नहीं है। हमें ग्राहकों के लिए जमीनी स्तर पर काम करना होगा।
बातचीत का अंत करते हुए कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ए.एस. मूर्ति ने कहा- यह हमारा पुर्नजन्म है। हम साथ-साथ अपने सपनों को साकार करेंगे और ग्राहकों के हितों की रक्षा करते हुये खोए हुए व्यवसाय को वापस सही दिशा में ला सकेंगे। कृपया नई उड़ान के लिए अपनी कमर कस लीजिए।
मजबूत इरादों के साथ ऊंचाइयों को छुआ जा सकता है और सबसे ऊपर रहने के लिये क्षमता भी होनी चाहिये। – आनंद महिंद्रा
दोनों के अंदर सकारात्मक पक्ष हैं। दोनों की कार्यक्षमता ही उनकी शक्ति है। दोनों एक रहके वर्चस्व कायम कर सकते हैं। – विनीत नैयर
यह हमारा पुनर्जन्म है। हम साथ-साथ सपनों को साकार करेंगे। कृपया नई उड़ान के लिए अपनी कमर कस लीजिए। – ए.एस. मूर्ति
