लगातार बढ़ते मोबाइल ग्राहकों की संख्या को देखते हुए अब सभी दूरसंचार कंपनियां मुंबई सर्किल में पैठ बनाने की कोशिश में हैं।
हाल ही में आइडिया ने मुंबई में दूरसंचार सेवा शुरु की है और करीब 7 दूरसंचार कंपनियां मुंबई में अपनी सेवा शुरू करने की योजना बना रही हैं।
मुंबई सर्किल में अब देश की लगभग सभी कंपनियां दूरसंचार सेवाएं दे रही हैं और नई कंपनियों के आने से यहां घमासान और तेज होने की पूरी संभावना है।
नई कंपनियों के आने से मुमकिन है कि ग्राहक एक कंपनी छोड़कर दूसरी कंपनी की सेवाएं ले जिससे पहले से ही खराब स्थिति में पहुंच चुके प्रति ग्राहक औसत कमाई (एआरपीयू) के और कम होने की संभावना है।
फिलहाल सभी दूरसंचार कंपनियों का एआरपीयू 280 रुपये प्रति महीने के आसपास है।
डैटाकॉम सॉल्यूशंस के मुख्य कार्यकारी रवि शर्मा ने कहा, ‘दूरसंचार कंपनियों के लिहाज से मुंबई एक बहुत बड़ा बाजार है।
यहां सबसे ज्यादा सब्सक्राइबर मौजूद हैं और इस सर्किल से प्राप्त होने वाला एआरपीयू बाकी सर्किलों के मुकाबले कहीं ज्यादा है।’
उन्होंने कहा कि मुंबई सर्किल में आने वाली कंपनियों के लिए यह एक अच्छा कदम हो सकता हैं, क्योंकि बाकी सर्किलों में कंपनियों को उतनी कमाई नहीं होगी।
सीडीएमए सेवा प्रदाता कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस और टाटा टेलिसर्विसेज लिमिटेड भी इस साल के अंत तक जीएसएम सेवाएं मुहैया कराने की योजना बना रहे हैं। उनकी इस सूची में मुंबई ही पहले स्थान पर है।
इसके साथ ही डैटाकॉम सॉलयूशंस, युनिटेक, श्याम सिसटेमा,स्वैम टेलीकॉम और लूप टेलीकॉम जैसी नई लाइसेंस धारक कंपनियां भी यहां आने वाली कंपनियों की कतार में हैं।
सेल्युलर ऑपरेटरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अनुसार मुंबई में लगभग 96.5 लाख सब्सक्राइबर मौजूद हैं। यह आंकड़ा हर महीने 2.5 फीसदी की दर से बढ़ रहा है। विश्लेषकों के मुताबिक मुंबई में लगभग 2.5 करोड़ संभावित सब्सक्राइबर हैं।
मुंबई के सर्किल में एआरपीयू 400-600 रुपये के बीच है। अर्नस्ट ऐंड यंग के पार्टनर (दूरसंचार सलाहकार सेवा) मानेश पटेल ने कहा, ‘मुंबई सर्किल में होने वाला मुकाबला दूरसंचार कंपनियों के लिए सबसे कड़ा मुकाबला होगा। दरअसल सभी कंपनियां इस सर्किल में आना चाहती हैं।’
मुंबई में कॉर्पोरेट घरानों, तकनीक को तवाो देने वाले और शहर से आने जाने वालों की मौजूदगी के कारण यह सर्किल सभी कंपनियों का पसंदीदा सर्किल बनता जा रहा है।