टाटा ट्रस्ट्स को वित्त वर्ष 2022 के लिए टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड से 266 करोड़ रुपये की लाभांश आय होगी। टाटा समूह की प्रमुख होल्डिंग गैर-सूचीबद्ध कंपनी टाटा संस में टाटा ट्रस्ट्स की 66 फीसदी हिस्सेदारी है। टाटा संस ने 1,000 फीसदी की दर पर 10,000 रुपये प्रति शेयर लाभांश की घोषणा की है।
टाटा संस की 30 अगस्त को होने वाली बैठक में शेयरधारकों द्वारा इस लाभांश प्रस्ताव को मंजूरी दिए जाने के बाद मार्च 2022 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए लाभांश मद में कुल 404 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। मिस्त्री परिवार को कंपनी में अपनी 18 फीसदी हिस्सेदारी पर 75 करोड़ रुपये की लाभांश आय होगी।
टाटा संस से प्राप्त लाभांश ही टाटा ट्रस्ट्स के लिए आय का मुख्य स्रोत है। टाटा ट्रस्ट्स इसका उपयोग देश में स्वास्थ्य सेवा, पर्यावरण, शिक्षा एवं कौशल विकास सहित विभिन्न धर्मादा कार्यों में करता है।
टाटा संस ने वित्त वर्ष 2020-21 में कोविड-19 वैश्विक महामारी और उससे संबंधित गतिविधियों पर 1,000 करोड़ रुपये खर्च करने की घोषणा की थी। टाटा संस ने अपनी ताजा वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि 24 मई 2022 तक इस मद का कुल खर्च 755.58 करोड़ रुपये रहा जिसमें वित्त वर्ष 2021-22 में 155.07 करोड़ रुपये का खर्च भी शामिल है।
वार्षिक रिपोर्ट में निदेशकों के वेतन पैकेज का विवरण भी दिया गया है। पिरामल समूह के अध्यक्ष अजय पीरामल को वित्त वर्ष 2021 के लिए 2.25 करोड़ रुपये का कमीशन दिया गया जबकि टाइटन के पूर्व प्रमुख भास्कर भट्ट को भी मुनाफे पर कमीशन के रूप में इतनी ही रकम मिली। टाटा ट्रस्ट्स के उपाध्यक्ष वेणु श्रीनिवासन ने टाटा संस से कोई वेतन पैकेज नहीं लिया।
