निजी क्षेत्र में भारत की सबसे बड़ी प्रवर्तक टाटा संस को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए अपनी सूचीबद्घ समूह कंपनियों से शेयर पुनर्खरीद के जरिये इक्विटी लाभांश और प्राप्तियों के जरिये रिकॉर्ड 27,797 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। यह राशि उसे वित्त वर्ष 2021 में हासिल हुई 23,663 करोड़ रुपये से 17.6 प्रतिशत तक ज्यादा है।
इसका करीब दो-तिहाई हिस्सा वित्त वर्ष 2022 के लिए टाटा संस के वित्तीय परिणाम में दिखेगा, क्योंकि उसकी दिग्गज टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) द्वारा तिमाही अंतरिम लाभांश की घोषणा की गई है। सॉफ्टवेयर दिग्गज ने वित्त वर्ष के अंत से पहले वित्त वर्ष 2022 के लिए अपना 18,000 करोड़ रुपये का शेयर पुनर्खरीद कार्यक्रम भी पूरा किया है। शेष लाभांश आय वित्त वर्ष 2023 में टाटा संस को हासिल होगी, क्योंकि अन्य समूह कंपनियों ने वित्त वर्ष के अंत में लाभांश की घोषणा की है।
सूचीबद्घ कंपनियां सामान्य तौर पर अपने सालाना लाभांश हरेक वित्त वर्ष के अंत में घोषित करती हैं और इस राशि को बाद के वर्ष में शेयरधारक खातों में दिखाती हैं। हालांकि टीसीएस हरेक तिमाही में लाभांश घोषित करती है, चौथी तिमाही के अंत में निर्णायक लाभांश को छोड़कर।
इन राशि से टाटा संस के राजस्व और मुनाफे को वित्त वर्ष 2022 और वित्त वर्ष 2023 दोनों में मदद मिलने की संभावना है और इससे उसे विमानन, ई-कॉमर्स तथा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स में समूह के नए उद्यमों में लगाने में मदद मिलेगी और साथ ही समूह के दूरसंचार उद्यम टाटा टेलीसर्विसेज में लगातार नुकसान की भरपाई करने में भी मदद मिलेगी।
लाभांश आय और शेयर पुनर्खरीद खातों से राशि का किसी एक वर्ष में टाटा संस के कुल राजस्व में 95 प्रतिशत योगदान होता है।
वित्त वर्ष 2022 में टाटा संस की लाभांश आय में वृद्घि काफी हद तक टीसीएस और टाटा स्टील द्वारा भुगतान में तेजी आने की वह से दर्ज की गई। इन दो कंपनियों का सभी लाभांश और वित्त वर्ष 2022 में सूचीबद्घ समूह कंपनियों से शेयर पुनर्खरीद राशि में करीब 95 प्रतिशत का योगदान है।
टाटा स्टील ने वित्त वर्ष 2022 में अपना लाभांश भुगतान एक साल पहले के 3000 करोड़ रुपये के मुकाबले करीब दोगुना कर 6,200 किया। इस राशि का करीब एक-तिहाई हिस्सा टाटा संस को मिलेगा, क्योंकि मार्च 2022 के अंत में कंपनी में उसकी 32.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
टाटा संस के लिए टीसीएस राजस्व और मुनाफे का एकमात्र सबसे बड़ा स्रोत बनी हुई है और सभी सूचीबद्घ कंपनियों से मिलने वाली राशि में उसका करीब 87.5 प्रतिशत योगदान है। होल्डिंग कंपनी को वित्त वर्ष 2022 में टीसीएस से करीब 24,415 करोड़ रुपये की कमाई होने की संभावना है, जो वित्त वर्ष 2021 के 21,750 करोड़ रुपये से ज्यादा है। सॉफ्टवेयर दिग्गज ने लाभांश और शेयर पुनर्खरीद के जरिये वित्त वर्ष 2022 में अपने शेयरधारकों को करीब 33,822 करोड़ रुपये का प्रतिफल दिया, जो वित्त वर्ष 2021 के 30,175 करोड़ रुपये के आंकड़े से 12 प्रतिशत तक ज्यादा है।
