इस्पात उत्पादन करने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी टाटा सन्स ने 9 करोड़ 60 लाख शेयर गिरवी रखी है। कंपनी द्वारा गिरवी रखे गए शेयर की हिस्सेदारी 13.19 फीसदी है। कंपनी ने नैशनल स्टॉक एक्सचेंज को यह जानकारी दी।
हालांकि कंपनी ने प्रवर्तकों द्वारा शेयर गिरवी रखने की वजह का खुलासा नहीं किया है। टाटा स्टील में टाटा सन्स की हिस्सेदारी 45.08 फीसदी है। कंपनी ने कहा कि टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन ने भी अपने 25 लाख शेयर गिरवी रखे हैं, जो कंपनी की कुल हिस्सेदारी का 0.34 फीसदी है।
टाटा इन्वेस्टमेंट द्वारा शेयरों को गिरवी इसलिए रखा गया है, ताकि जीरो कूपन परिवर्तनीय बॉन्ड को सुरक्षा प्रदान किया जा सके। टीटीएमएल की 49.70 फीसदी भी गिरवी रखी र्हुईहै। इसके अलावा, टाटा पावर के 14.59 फीसदी शेयर भी गिरवी रखे गए हैं।
गुजरात एनआरई : कोकिंग कोल विनिर्माता गुजरात एनआरई कोक ने कहा कि उसके प्रवर्तकों में से पांच ने अघोषित राशि में 15.96 हिस्सेदारी गिरवी रखी है। गुजरात एनआरई कोक ने बताया कि कंपनी के प्रवर्तकों ने 15.96 फीसदी हिस्सेदारी गिरवी रखी है।
अंसल हाउसिंग : असंल हाउसिंग एंड कंस्ट्रक्शन ने कहा कि उसके प्रवर्तकों ने कंपनी की करीब 30 फीसदी हिस्सेदारी कर्जदाताओं के पास गिरवी रखी है। अंसल हाउसिंग ने बताया कि उसके प्रवर्तकों ने अगस्त 2005 तक 52.18 लाख शेयर गिरवी रखे थे, जो कंपनी की 29.70 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है।
कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक दीपक अंसल ने कंपनी की 6.56 फीसदी हिस्सेदारी गिरवी रखी है। कामत होटल्स : कामत होटल्स इंडिया ने कहा कि उसके प्रवर्तकों ने कंपनी में 47.09 प्रतिशत हिस्सेदारी गिरवी रखी हुई है।
कंपनी ने बीएसई को सूचित किया है कि प्रवर्तकों ने 62 14 750 शेयर गिरवी रखे हैं जो कंपनी की 47.09 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बिड़ला एरिक्सन ऑप्टिकल : बिड़ला एरिक्सन के एक प्रवर्तक विंध्या टेलीलिंक्स ने एसबीआई के पास 4.17 फीसदी हिस्सेदारी गिरवी रखी है।
