अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडी की निवेश सेवा ने कॉर्पोरेट परिवार वर्ग बीए 1 में टाटा स्टील की साख को स्थिरता के स्तर से घटाकर नकारात्मक करार दिया है।
इससे पता चलता है कि एजेंसी का नजरिया टाटा स्टील की ब्रिटेन इकाई (पहले कोरस) के लिए भी बदला है और यह अब पहले की तरह सकारात्मक नहीं रहा है।
मूडी के एक एवीपी विश्लेषक और टाटा स्टील के प्रमुख विश्लेषक ईवान पैलेसिओस ने बताया, ‘साख को घटाया गया है और इससे पता चलता है कि अब टाटा स्टील की ब्रिटेन इकाई के लिए परिचालन परिस्थितियां चुनौतीपूर्ण बन गई हैं। स्टील की कीमतें घटी हैं और उत्पादन में भी कमी आई है साथ ही यह आशंका जताई जा रही है कि अगले 18 महीनों में यूरोप और ब्रिटेन में मांग और कम रह सकती है।’
आउटलुक में बदलाव करते वक्त मूडी ने टाटा स्टील की ब्रिटेन इकाई की इस घोषणा को ध्यान में रखा है, जिसमें कहा गया है कि वह अगले तीन महीनों में क्रूड स्टील का उत्पादन 20 फीसदी तक कम कर सकती है या फिर इसमें सालाना 5 फीसदी की कमी की जा सकती है।
यह घोषणा इसलिए की गई थी ताकि मांग के हिसाब से उत्पादन को संतुलित किया जा सके और स्टील के दामों में इस तरह स्थिरता आ सके। टाटा स्टील के साथ-साथ कुछ दूसरी स्टील कंपनियों ने भी हाल ही में उत्पादन घटाने की बात कही थी।
पैलेसिओस ने कहा, ‘मूडी का मानना है कि टाटा स्टील और टाटा स्टील ब्रिटेन के क्रेडिट प्रोफाइल आपस में जुड़े हुए हैं। परिचालन के मोर्चे पर दोनों ही एक दूसरे से काफी जुड़े हुए हैं।’ उन्होंने बताया, ‘मार्च 2008 को समाप्त हुए वर्ष में टाटा स्टील समूह के कुल लिक्विड स्टील उत्पादन में दो तिहाई से अधिक हिस्सा टाटा स्टील की ब्रिटेन इकाई का था। साथ ही समूह के कुल राजस्व में 76 फीसदी और इबिडटा में 49 फीसदी योगदान भी ब्रिटेन इकाई का ही था।’
टाटा स्टील समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी कौशिक चटर्जी ने कहा कि कंपनी की रेटिंग में कोई बदलाव नहीं किया गया है, यह बदलाव केवल आउटलुक में आया है जो काफी हद तक परिस्थितियों पर निर्भर करती हैं। टाटा स्टील की रेटिंग ब्रिटेन स्थित उसकी इकाई की रेटिंग से दो पायदान ऊपर है।