टाटा कैपिटल की गैर-सूचीबद्ध सहयोगी कंपनी, टाटा कैपिटल फाइनैंशियल सर्विसेज, ऋण के रूप में 11,500 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने की योजना बना रही है ताकि इसका उधार देने का खाता मजबूत हो जिसने वित्त वर्ष 2021 में 75,806 करोड़ रुपये के स्तर को छू लिया है। बैंकिंग सूत्रों के मुताबिक इस मुद्दे को मंजूरी देने के लिए टाटा कैपिटल फाइनैंशियल सर्विसेज के निदेशक मंडल की 6 सितंबर को बैठक होगी।
टाटा कैपिटल फाइनैंशियल सर्विसेज द्वारा पूंजी जुटाने की खबर टाटा समूह की प्रमुख कंपनी टाटा संस द्वारा अपने शेयरधारकों को यह सूचना दिए जाने के कुछ हफ्तों के भीतर आई है कि कंपनी आने वाले महीनों में 40,000 करोड़ रुपये बतौर ऋ ण जुटाने की योजना बना रही है। टाटा कैपिटल फाइनैंशियल सर्विसेज द्वारा पूंजी जुटाने की योजना की घोषणा त्योहारी मौसम से ठीक पहले आई है जब कंपनी को अपने खुदरा और कॉरपोरेट ग्राहकों की तरफ से ऋण की मांग में पर्याप्त वृद्धि की उम्मीद है।
बैंकरों ने कहा कि टाटा फाइनैंशियल सर्विसेज जैसी उच्च रैंकिंग वाली गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) की फंडिंग लागत में काफी कमी आई है। खुदरा कर्ज लेने वाले दोपहिया वाहनों, यात्री वाहनों पर पैसे खर्च करने के साथ ही पर्सनल लोन ले रहे हैं जिससे टाटा कैपिटल फाइनैंशियल सर्विसेज की योजनाओं की मांग बढ़ेगी। इसकी योजनाएं, टाटा समूह द्वारा तैयार की गई टाटा सुपर ऐप के माध्यम से भी बेचे जाने की उम्मीद है।
टाटा संस ने पिछले दो वित्तीय वर्षों में टाटा कैपिटल ग्रुप में 3,500 करोड़ रुपये का निवेश किया है ताकि कंपनी अपनी वित्तीय देनदारियों को पूरा कर सके। टाटा संस के पास टाटा कैपिटल में 95 प्रतिशत हिस्सेदारी है जो बदले में टाटा कैपिटल फाइनैंशियल सर्विसेज की पूरी हिस्सेदारी रखती है। टाटा कैपिटल फाइनैंशियल सर्विसेज द्वारा दर्ज की गई सूचना के मुताबिक, 31 मार्च, 2021 को इसका कुल ऋण पोर्टफोलियो 44,084 करोड़ रुपये के स्तर पर था जबकि 31 मार्च, 2020 तक यह 43,551 करोड़ रुपये था। इनमें से 52 फीसदी ऋ ण खाते में थोक ऋ ण और बाकी खुदरा ऋण शामिल थे।
टाटा कैपिटल फाइनैंशियल सर्विसेज ने वित्त वर्ष 2021 में 678 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया जबकि वित्त वर्ष 2020 में कंपनी को 114 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। इसकी मुख्य कंपनी टाटा कैपिटल ने वित्त वर्ष 2021 में 10,102 करोड़ रुपये की कमाई की और 1,300 करोड़ रुपये का मुनाफा बनाया।