भारत के रक्षा मंत्रालय ने आज घोषणा की कि उसने पहली बार निजी कंपनी टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स (टीएएसएल) को सैन्य विमान विनिर्माण का काम सौंपा है। भारतीय वायु सेना में पुराने हो चुके एवरो एचएस-748 विमानों को सी-295 विमानों से बदलने का निर्णय लिया गया है। इसी क्रम में पिछले साल सितंबर में भारत ने 56 सी-295 विमान खरीदने के लिए एयरबस डिफेंस ऐंड स्पेस के साथ 21,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था।
एवरो को बदलने के कार्यक्रम के तहत टीएएसएल को विमान के विनिर्माण, परीक्षण, आपूर्ति और रखरखाव सहित पूरा तंत्र विकसित करना होगा।
रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार ने कहा कि अनुबंध की शर्तों के तहत एयरबस चार साल के भीतर स्पेन के सेविले में पहले 16 विमानों का विनिर्माण करेगी और भारतीय वायु सेना को उनकी आपूर्ति करेगी। इसके बाद 40 विमान भारत में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स द्वारा बनाए जाएंगे।
इस परियोजना के तहत पहली बार कोई निजी कंपनी भारत में सैन्य विमान का निर्माण करेगी। पहले 16 विमानों की आपूर्ति सितंबर 2023 से अगस्त 2025 के बीच की जाएगी।
भारत में बनने वाले पहले विमान की आपूर्ति सितंबर 2026 में होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को एयरबस और टाटा के एक कंसोर्टियम द्वारा भारतीय वायु सेना के लिए सी-295 परिवहन विमान के उत्पादन के लिए गुजरात के वडोदरा में एक विनिर्माण इकाई की आधारशिला रखेंगे।
इससे एरोस्पेस क्षेत्र को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इस संयंत्र में भारतीय वायु सेना के लिए एयरबस सी-295 विमान तैयार होंगे। इसके अलावा यहां से विनिर्मित विमानों का निर्यात भी किया जाएगा।अधिकारियों ने कहा कि संयंत्र की स्थापना का शिलान्यास समारोह 30 अक्टूबर को होगा और जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे।
कुमार ने कहा, ‘पहली बार सी-295 विमान का निर्माण यूरोप के बाहर किया जाएगा।’ विमानों का निर्माण दोनों कंपनियों के बीच एक औद्योगिक साझेदारी के हिस्से के रूप में होगा। इसके लिए वैमानिकी गुणवत्ता आश्वासन महानिदेशालय ने पिछले सप्ताह नियामकीय मंजूरी प्रदान की थी।
इंजन, लैंडिंग गियर और एवियोनिक्स जैसी विभिन्न प्रणालियां एयरबस डिफेंस ऐंड स्पेस द्वारा उपलब्ध कराई जाएंगी जबकि एयरबस कंसोर्टियम द्वारा उन प्रणालियों को जोड़ा जाएगा। विमान का परीक्षण टाटा कंसोर्टियम द्वारा किया जाएगा। कुमार ने कहा कि 16 विमानों की आपूर्ति फ्लाइअवे स्थिति में की जाएगी जबकि 40 विमानों का उत्पादन टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड के नेतृत्व में टाटा कंसोर्टियम द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि टाटा कंसोर्टियम ने इसके लिए सात राज्यों के 125 से अधिक एमएसएमई आपूर्तिकर्ताओं की पहचान की है।
